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कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव आने वाले हैं। जिसके चलते भाजपा ने 148 उम्मीदवारों की एक और सूची जारी की है। लेकिन, भाजपा के लिए उनके ही उम्मीदवार सिरदर्द बन गए हैं। दो प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।
एसजेएसयू को दी एक सीट
भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रीय महासचिव मुकल रॉय, सांसद जगन्नाथ सरकार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राहुल सिन्हा और लोक गायक असीम सरकार को टिकट मिला है। इससे पहले भाजपा पश्चिम बंगाल में 123 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है। बता दे कि पार्टी द्वारा एक सीट अपने सहयोगी दल एजेएसयू को भी दी गई है।
टीएमसी ने बीजेपी पर कसा तंज
पार्टी ने शिखा मित्रा को चौरंगी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया। लेकिन उन्होंने चुनाव लडऩे से मना कर दिया है। उन्होंने कहा कि “मैंने उनसे कहा कि मैं चुनाव नहीं लडऩे जा रही हूं। उन्होंने मुझसे सलाह भी नहीं ली और अचानक मेरे नाम की घोषणा कर दी। यह गलत बात है।” शिखा मित्रा पश्चिम बंगाल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा की पत्नी हैं। टीएमसी ने इस मामले को लेकर भाजपा पर तंज कसा है। टीएमसी ने कहा कि “भाजपा के पास नेताओं की कमी है, इसलिए उनकी सहमति के बिना किसी भी व्यक्ति को टिकट दिया जा रहा है।”
भट्टाचार्य ने कही कि भाजपा के पास नही हैं उम्मीदवार
टीएमसी के प्रवक्ता देवनहसुग भट्टाचार्य ने कहा कि “भाजपा किसी को भी टिकट दे रही है। अन्य दलों से आने वाले लोगों को वरीयता दी जा रही है। उनके पास पर्याप्त उम्मीदवारों की कमी है।” टीएमसी सभी उम्मीदवारों की घोषणा एक ही बार में कर दी है जबकि भाजपा इसे चरणों में कर रही है
तरुण ने भी हटाये कदम पीछे
शिखा मित्रा के अलावा बेलगछिया सीट के लिए घोषित उम्मीदवार तरुण साहा ने भी चुनाव लडऩे से मना कर दिया। वरिष्ठ भाजपा नेता राहुल सिन्हा के अनुसार ” पार्टी निश्चित रूप से इस पर गौर करेगी। हमें भाजपा नेता से बात करने की भी जरूरत है, जिन्हें मित्रा और साहा से बात करने का काम सौंपा गया था। पार्टी आवश्यक कदम उठाएगी।”