मुंबई, गुजरात, गोआ, नौसेना कमान में हर जगह तैयारी पूरी
नई दिल्ली। कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए गंभीर मामलों के लिए अस्पताल की सुविधाओं एवं ऑक्सीजन युक्त बेड की जरूरत को पूरा करने को लेकर पश्चिमी नौसेना कमांड के तहत तीन नौसेना अस्पतालों में नागरिक प्रशासन द्वारा इस्तेमाल के लिए कुछ कोविड ऑक्सीजन बेड तैयार रखे गए हैं। इन अस्पतालों में आईएनएचएस जीवंती- गोवा, आईएनएचएस पतंजलि- करवार और आईएनएचएस संधानी- मुंबई हैं।
प्रवासी मज़दूरों की सेवा में तैयार नौसेना परिसर
मुंबई में बुनियादी सुविधाओं को प्रदान करने के लिए नौसेना परिसरों के भीतर सुविधाएं स्थापित की गई हैं, जिससे प्रवासी मजदूरों को अपने गृह शहरों की ओर जाने के लिए मजबूर नहीं होना पड़े। वहीं नौसैना के पदाधिकारी भी नागरिक प्रशासन के साथ नियमित संवाद बनाए हुए हैं और अनुरोध होने पर किसी भी तरह की कोविड आकस्मिक सहायता करने के लिए सभी तैयारियां की गई हैं।
1500 मज़दूरों के लिए पूर्ण तैयारी
करवार में नौसेना पदाधिकारियों ने लगभग 1500 प्रवासी मजदूरों को आवश्यक वस्तुओं, राशन और बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की आपूर्ति के लिए व्यापक व्यवस्था की है। आईएनएचएस पतंजलि पिछले साल नागरिक कोविड-19 मरीजों का इलाज करने वाला पहला सशस्त्र बल अस्पाल था, अब इस साल भी आकस्मिक स्थिति पैदा होने पर नागरिक कोविड मरीजों का इलाज करने के लिए तैयार है।
गोवा में नौसेना की रसोई
गोवा में नौसेना की टीमों ने कोविड-19 की पहली लहर के दौरान सामुदायिक रसोई स्थापित की थी और इस बार भी जरूरत पड़ने पर इसी तरह की मदद के लिए फिर से तैयार हैं। आईएनएचएस जीवंती में नागरिकों के लिए कुछ कोविड ऑक्सीजन बेड लगाने इसके अलावा मुख्यालय गोवा नौसैनिक क्षेत्र नागरिक प्रशासन से किसी भी अनुरोध के आधार पर नागरिक अस्पतालों में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर काम कर रहा है।
गुजरात में हर सम्भव मदद
गुजरात नौसेनिक क्षेत्र ने नागरिक प्रशासन को कोविड प्रभावित क्षेत्रों में महत्वपूर्ण दवाइयां/उपकरण के परिवहन, गरीबों के लिए सामुदायिक रसोई और जरूरत होने पर अन्य तकनीकी मदद की पेशकश की है।
सभी टीमों को कर दिया गया तैयार
वहीं, मुंबई में आईएनएचएस अश्विनी ने आकस्मिक सूचना पर तैनाती के लिए समग्र टीमों को तैयार किया है। इनमें डीजीएएफएमएस के निर्देशों के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में कोविड देखभाल को लेकर स्थापित किए जा रहे अस्पतालों के लिए बैटल फील्ड नर्सिंग सहायकों के रूप में मेडिकल और गैर-मेडिकल व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है।