
लखनऊ। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 140वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर लोकतंत्र को कमजोर करने का गंभीर आरोप लगाया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, कांग्रेस सांसद तनूज पुनिया और यूपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू,राजेश जायसवाल भी मौजूद रहे।
अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस यूपी टीम ने ऐतिहासिक अधिवेशन को सफल बनाकर यह साबित कर दिया है कि पार्टी जमीनी स्तर पर फिर से संगठित हो रही है। उन्होंने कहा कि आज देश में लोकतंत्र खतरे में है और भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है, जिसका सीधा असर ग्रामीण भारत, गरीबों और मजदूरों पर पड़ रहा है। मनरेगा जैसी योजनाओं पर हमला किया जा रहा है, जिसका कांग्रेस कड़ा विरोध करती है।
उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में संगठन सृजन के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईमानदारी और मेहनत से संगठन को मजबूत किया है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रही है और इसी ताकत से संगठन लगातार सशक्त हो रहा है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पेपर लीक, युवाओं की समस्याएं, महिलाओं पर अत्याचार, ग्रामीण क्षेत्रों में भेदभाव और बीएलओ कर्मचारियों के साथ हो रहे कथित उत्पीड़न जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाया गया। अविनाश पांडेय ने कहा कि कांग्रेस बीएलओ और उनके परिवारों के साथ खड़ी है और चुनाव आयोग पर भाजपा के साथ मिलकर काम करने का आरोप भी लगाया।
मनरेगा को लेकर उन्होंने कहा कि यह दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार योजना थी, जिसे कांग्रेस ने शुरू किया था, लेकिन आज इसके नाम और ढांचे से छेड़छाड़ कर मजदूरों के अधिकार छीने जा रहे हैं। किसानों की समस्याएं, कर्ज माफी, खाद संकट और प्रदेश में बुलडोजर नीति पर भी कांग्रेस ने सवाल खड़े किए।
उन्होंने आरोप लगाया कि गंभीर मामलों में आरोपियों को संरक्षण मिल रहा है, जिससे लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश की जा रही है। कांग्रेस इसका सशक्त विरोध करेगी।
कांग्रेस ने घोषणा की कि प्रदेश में अगले 100 दिनों तक व्यापक कार्यक्रम चलाए जाएंगे। अलग-अलग जिलों में संविधान संवाद, 30 से अधिक बड़ी रैलियां, महापंचायतें और मंडल स्तर पर बुद्धिजीवियों व युवाओं को जोड़ने के अभियान चलेंगे। बनारस, अयोध्या और प्रयागराज जैसे प्रमुख क्षेत्रों में संगठन सृजन के पदाधिकारी तैयारियों की जिम्मेदारी संभालेंगे।
स्थानीय निकाय चुनाव कांग्रेस अपने दम पर लड़ेगी और 403 विधानसभा सीटों पर संगठन को मजबूत किया जा रहा है। 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर एजेंडा तय किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर गठबंधन की संभावना भी खुली रखी गई है। वोट चोरी जैसे मुद्दों को भी कांग्रेस अभियान का हिस्सा बनाएगी।
मनरेगा को लेकर 5 फरवरी से विशेष कार्यक्रम और महापंचायत आयोजित की जाएंगी, जिसकी तारीखों का ऐलान जल्द किया जाएगा।