दक्षिणी उत्तर प्रदेश में मॉनसून हुआ अति-सक्रिय, भारी से बहुत भारी वर्षा का अलर्ट जारी

लखनऊ। प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में मॉनसून ने अपनी सक्रियता तेज कर दी है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी 24 से 48 घंटों के दौरान दक्षिणी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है। 29 जून को मॉनसून ने प्रदेश के बचे हुए भागों में प्रवेश करते हुए पूरे उत्तर भारत को आच्छादित कर लिया था। इसके बाद से बीते 48 से 60 घंटों के भीतर राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है, जबकि कुछ इलाकों में भारी, बहुत भारी और अत्यधिक भारी वर्षा दर्ज की गई।

मौसम विभाग ने बताया कि मानसून की द्रोणिका इस समय समुद्र तल पर श्रीगंगानगर, रोहतक, कानपुर, वाराणसी और दीघा से होते हुए दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। यह द्रोणिका निचले क्षोभमंडल में लगभग 0.9 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तृत है। साथ ही झारखंड के आसपास बने निम्न दबाव क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है, जिससे उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों में बारिश की तीव्रता घटने और दक्षिणी हिस्सों में तेज होने के संकेत मिले हैं।

विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे विशेष सावधानी बरतें, खासतौर पर निचले इलाकों में जलभराव और किसानों के लिए खेतों में काम के दौरान सतर्कता जरूरी है।