अगले 48 घंटों में पूरे उत्तर प्रदेश को घेर लेगा मानसून, भारी वर्षा की चेतावनी

लखनऊ। दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता एक बार फिर उत्तर प्रदेश में बढ़ गई है और मौसम विभाग के अनुसार आगामी 48 घंटों में यह पूरे प्रदेश को आच्छादित कर सकता है।

मानसून ने सामान्य तिथि 18 जून को सोनभद्र जिले से प्रदेश में प्रवेश किया था। 20 जून तक यह उत्तर-पश्चिमी हिस्से को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों तक पहुंच गया था। हालांकि, इसके बाद बना निम्नदाब क्षेत्र मुख्यतः प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों तक ही सीमित रहा, जिससे उत्तर प्रदेश में मानसून की स्थिति पिछले दो दिनों से लगभग स्थिर बनी रही।

आज मानसून का पूर्वी छोर हिमाचल प्रदेश, संपूर्ण लद्दाख, जम्मू-कश्मीर और उत्तरी पंजाब के कुछ हिस्सों में सक्रिय रूप से आगे बढ़ा है। वर्तमान में मानसून की उत्तरी सीमा (NLM) जयपुर, आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला, पठानकोट होते हुए जम्मू तक फैली हुई है।

मौसम विज्ञानियों के अनुसार, अब उत्तर प्रदेश के ऊपर निम्नदाब क्षेत्र सक्रिय हो चुका है। साथ ही पाकिस्तान से बांग्लादेश तक बनी पूर्व-पश्चिम दिशा की द्रोणी (ट्रफ लाइन) और प्रदेश से गुजर रही एक अन्य द्रोणी के कारण पूरे राज्य में वर्षा की तीव्रता और विस्तार बढ़ने के प्रबल आसार हैं।

मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी 24–48 घंटों के भीतर मानसून प्रदेश के शेष हिस्सों में भी पूरी तरह फैल जाएगा। साथ ही अगले 3–4 दिनों के दौरान प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज गर्जना, वज्रपात और भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है।

सावधानी बरतें:
विभाग ने नागरिकों को वज्रपात से बचाव के लिए सावधानी बरतने और मौसम अपडेट पर निगरानी रखने की सलाह दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव हेतु खेतों में काम करने वाले लोगों को विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।