लखनऊ. उत्तर प्रदेश की आठ में से सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के ऐलान के बाद तैयारियां जोरों पर है। कोरोना संकट को देखते हुए सभी राजनीतिक दल वर्चुअल माध्यम से अपने प्रचार तंत्र को मजबूत करने में लगे हैं। राजनीतिक दल वर्चुअल संवाद के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की जुगत में हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने कोरोना संकट की शुरूआती दौर से ही वर्चुअल संवाद का सहारा लेना शुरू कर दिया था। कोरोना काल में भाजपा ने लगातार लोगों से संवाद और संपर्क की रणनीति के तहत वर्चुअल संवाद रैलियों भी की थी। वर्चुअल रैलियों के जरिए बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर आम जनता को जोड़ा गया।
इसमें मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया गया था। उपचुनाव को देखते हुए भाजपा ने हर सीट पर अलग से बूथ, मंडल और सेक्टर पदाधिकारियों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह के साथ संवाद शुरू किया है।
उधर विपक्षी दल भी इस चुनाव को काफी गंभीरता से ले रहे हैं। कांग्रेस ने वर्चुअल बैठक के साथ प्रत्याशियों की घोषणा भी कर दी है। कांग्रेस ने उन्नाव के बांगरमऊ से आरती वाजपेयी और रामपुर के स्वार से हैदर अली खान को अपना प्रत्याशी बनाया है।
उन्नाव की बांगरमऊ सीट भाजपा के कुलदीप सिंह सेंगर की और रामपुर की स्वार टांडा सीट आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम खां की सदस्यता समाप्त होने के कारण खाली हुई है। हालांकि अभी स्वार विधानसभा के चुनाव की घोषणा अयोग ने नहीं की है।
कांग्रेस भी उत्तर प्रदेश की राजनीति में बेहद दमखम के साथ वापसी करने की रणनीति में है। प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सभी सीट पर प्रत्याशियों के चयन के लिए नेताओं का पैनल बनाया था। उसी पैनल की रिपोर्ट पर प्रत्याशियों का चयन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सिद्घार्थ प्रिय श्रीवास्तव ने बताया कि हमारी सभी सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी काफी मजबूती के साथ है। कोरोना संकट को देखते हुए हमारे संगठन के पदाधिकारी वर्चुअल बैठकों के माध्यम से अपनी बातों को जनता तक पहुंचाने के प्रयास में हैं।
समाजवादी पार्टी भी इस चुनाव में काफी दमखम से आगे बढ़ रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से लेकर प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने मोर्चा संभाल रखा है। नरेश उत्तम सभी सीटों पर संगठन के पदाधिकारियों से वर्चुअल बैठक का एक चरण खत्म कर चुके हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर उन्हें मतदान के लिए सक्रिय किया जा रहा है। कोरोना काल में प्रत्यक्ष संवाद और सभाएं न हो पाने के मद्देजनर सपा दूरदराज के लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए यू ट्यूब चैनल पहले ही लांच कर चुकी है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने उपचुनाव की कमान खुद संभाल रखी है। उन्होंने दिल्ली से चुनावी समीक्षा की है। चुनाव के लिए सेक्टर प्रभारियों और मंडल के लोंगों को जिम्मेदारी दी है।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक पी.एन. द्विवेदी का कहना है कोरोना संकट को देखते हुए हर चीज का तौर तरीका बदला है। ऐसे में राजनीति इससे अछूती नहीं है। वर्चुअल माध्यम से बड़ी आसानी से अपनी बातों और संवादों को जनता तक पहुंचाने का अच्छा माध्यम है।
उत्तर प्रदेश में जिन सीटों पर उपचुनाव होंने है उनमें टूंडला (फिरोजाबाद), बुलंदशहर सदर, नौगांवा सादात (अमरोहा), घाटमपुर (कानपुर नगर), बांगरमऊ (उन्नाव), मल्हनी (जौनपुर) और देवरिया सदर सीट शामिल है।