उत्‍तर प्रदेश सरकार किस पर कस रही शिकंजा

उत्तर प्रदेश के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के साथ-साथ अब उनके करीबियों पर भी सरकार शिकंजा कस रही है.

इसी कड़ी में मुख्तार अंसारी के क़रीबियों, बिजनेस पॉर्टनर्स और सहयोगियों की अवैध संपत्ति को ध्वस्त करने का अभियान चल रहा है.

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने लखनऊ में ही ऐसी आठ अवैध सम्पत्तियों की पहचान की है, जो मुख्तार अंसारी के करीबियों की है.

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने राजधानी के पार्क रोड पर तीन कॉमर्शियल कॉम्पलैक्स, फैजाबाद रोड पर सात सम्पत्ति, सुल्तानपुर रोड पर बन रही अवैध कॉलोनी और हजरतगंज की एक प्रॉपर्टी को इस अभियान मे ध्वस्त किये जाने का फैसला किया है. इन संपत्तियों को प्राधिकरण ने ध्वस्तीकरण की लिस्ट में शामिल किया है.

जानकारी के मुताबिक ये सभी सम्पत्तियां मुख्तार अंसारी की मदद से उनके करीबियों और रिश्तेदारों ने बेनामी तरीके से बनाई हैं.

इस अभियान के तहत योगी सरकार ने मुख्तार अंसारी की करोड़ों की संपत्ति कुर्क और ध्वस्त की है. जिसमें उनकी पत्नी और बेटे की संपत्ति भी शामिल है.

आपको बता दें कि एक सप्ताह पहले यूपी की मऊ सदर विधानसभा से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का एक एफसीआई (FCI) गोदाम भी जिला प्रशासन ने कुर्क कर लिया था. वो संपत्ति मुख्तार की पत्नी और रिश्तेदारों के नाम पर थी.

मऊ में दक्षिणटोला के रैनी में कुर्की की इस बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया था. बीते शुक्रवार को शासन के आदेश पर अधिकारी भारी पुलिस बल के साथ बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के एफसीआई गोदाम पर पहुंचे और उस संपत्ति की कुर्की कर ली थी. संपत्ति की वैल्यू 4 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

गौरतलब है कि इससे पहले पुलिस मुख्तार अंसारी की पत्नी और बेटे के नाम की करोड़ों की संपत्ति पर बुल्डोजर चला चुकी है. करोड़ों की संपत्ति पहले ही कुर्क की जा चुकी है.

साथ ही पुलिस ने मुख्तार के खास गुर्गे की संपत्ति पर भी कार्रवाई की थी. पुलिस ने वहां अवैध रूप से बने दो मंजिला मकान को कुर्क किया था, उसका मालिक राजन सिंह मुख्तार अंसारी का बेहद करीबी है.