
लखनऊ। बंगाल की खाड़ी में बने गंभीर चक्रवाती तूफान “मोंथा” के अवशेष अब उत्तर प्रदेश के मौसम को प्रभावित कर रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, यह तूफान 28 अक्टूबर की रात आंध्र प्रदेश तट को पार करने के बाद उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए कमजोर होकर अब दक्षिणी छत्तीसगढ़ के आसपास अवदाब के रूप में केंद्रित है।
मौसम विभाग ने बताया कि अगले 12 घंटों में यह तंत्र और कमजोर होकर सुस्पष्ट निम्नदाब क्षेत्र में बदल जाएगा, लेकिन इसके प्रभाव से उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश की संभावना बनी हुई है।
🌧️ पूर्वांचल में भारी वर्षा की चेतावनी
30 से 31 अक्टूबर के बीच दक्षिणी और पूर्वी उत्तर प्रदेश में झोंकेदार हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा, जबकि पूर्वांचल के कई जिलों में भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
🌡️ तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा
इस अवधि में प्रदेश के अधिकतम तापमान में जबरदस्त दैनिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा।
1 नवंबर से वर्षा में कमी आने लगेगी और 2 नवंबर से प्रदेश का मौसम शुष्क होने की संभावना है। इसके साथ ही अधिकतम तापमान में स्थिरता और न्यूनतम तापमान में क्रमिक गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड बढ़ने के आसार हैं।
मौसम केंद्र लखनऊ ने बताया कि इस चक्रवाती प्रणाली की सतत निगरानी की जा रही है, और आवश्यकता पड़ने पर निरंतर अपडेट जारी किए जाएंगे।