वैक्सीन सबका अधिकार : देश से दुनिया तक फैली स्वदेशी जागरण मंच की मुहिम

विश्व जागृति दिवस के रूप में ‘पेटेंट फ्री वैक्सीन’ संकल्प कार्यक्रम आयोजित

पूरे विश्व में 16 जून तक 14 लाख से अधिक लोग कर चुके मंच की याचिकाओं पर हस्ताक्षर

लखनऊ। स्वदेशी जागरण मंच, लखनऊ द्वारा रविवार को “विश्व जागृति दिवस” के रूप में ‘पेटेंट फ्री वैक्सीन संकल्प कार्यक्रम’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में स्वदेशी जागरण मंच व अन्य संस्थाओं से जुड़े सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कोविड वैक्सीन को सर्व-सुलभ बनाने के लिए एवं इसे पेटेंट मुक्त करने के लिए पोस्टर व बैनर हाथ में लेकर इसमें भाग लिया।

एक साल में विश्व में 37 लाख से अधिक की मौत

इस अवसर पर स्वदेशी जागरण मंच के क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता कहा कि, ‘वैश्विक मानवता आज कोविड -19 के रूप में एक अभूतपूर्व संकट व त्रासदी का सामना कर रही है। पिछले लगभग एक वर्ष में दुनिया भर में 37 लाख से अधिक और भारत में 3.4 लाख से अधिक लोगों की कोरोना के कारण असमय मृत्यु हो गई है।’

दुनिया को करीब 14 अरब वैक्सीन डोज़ की जरूरत

उन्होंने आगे कहा कि, ‘इजरायल, यूएस, यूके, नार्वे आदि देशों ने भी अपनी व्यस्क आबादी के बहुमत का टीकाकरण करके ताजा संक्रमण और कोविड-19 से होने वाली मौतों को नियंत्रित किया है। लोगों को कोविड-19 से बचाने के लिए दुनिया को करीब 14 अरब वैक्सीन डोज की जरूरत है। जबकि पिछले लगभग 6 महीनों में सभी आठ फार्मा कंपनियों द्वारा कोरोना टीका की केवल 200 करोड़ डोज का ही उत्पादन किया जा सका है।’

सभी का सुरक्षित होना ज़रूरी

क्षेत्रीय संगठन मंत्री ने आगे कहा कि, वर्तमान दर पर दुनिया की योग्य आबादी को टीका लगने में 2 से 3 साल और लग सकते हैं। जबकि पहले से ही टीका लगाए गए लोगों को पुनः नए कोरोना वैरीएंट से संक्रमित होने से बचाने के लिए 10 से 12 महीनों के समय में सभी देशों की योग्य आबादी का टीकाकरण करना आवश्यक है। इसका अर्थ है कि कोई भी तब तक सुरक्षित नहीं रहेगा जब तक की सभी सुरक्षित ना हो जाएं।

पेटेंट कानूनों में ढ़ील देने की ज़रूरत

दरअसल, कोरोना टीका के बड़े पैमाने पर उत्पादन में रुकावट विश्व व्यापार संगठन के ट्रिप्स के प्रावधानों के तहत आने वाले पेटेंट कानून और बौद्धिक संपदा अधिकार हैं, जो अन्य फार्मा कंपनियों को इन तीनों के निर्माण की अनुमति नहीं देते हैं। दुनिया की 7.87 अरब आबादी को कोरोना के चंगुल से बचाने के लिए वैक्सीन और दवाओं का उत्पादन बढ़ाने के लिए पेटेंट कानूनों में ढील देने की जरूरत है।

14 लाख से अधिक लोग कर चुके याचिकाओं पर हस्ताक्षर

UAVM ( यूनिवर्सल एक्सेस टू वैक्सीन एंड मेडिसिन) अभियान सभी के लिए कोविड वैक्सीन उपलब्ध कराने हेतु उच्च शिक्षा संस्थानों और स्वदेशी जागरण मंच जैसे सामाजिक संगठनों के सदस्यों की एक टीम द्वारा दो ऑनलाइन याचिकाओं के माध्यम से दुनियाभर में शुरू किया गया है। एक याचिका कुलपति या समकक्ष जैसे प्रख्यात व्यक्तियों के लिए और दूसरी अन्य लोगों के लिए। पहली याचिका पर देश के 2,000 से अधिक प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने हस्ताक्षर किए हैं और दूसरी याचिका पर भारत और विदेशों से 14 लाख से अधिक व्यक्तियों द्वारा 16 जून तक हस्ताक्षर किए गए हैं।

यह की गई हैं अपील

इन याचिकाओं के माध्यम से अपील की गई है कि –
(1) विश्व व्यापार संगठन पेटेंट फ्री वैक्सीन के लिए ट्रिप्स के प्रावधानों में छूट दे।
(2) वैश्विक दवा कंपनियां स्वैच्छिक रूप से अन्य फार्मा कंपनियों को कोविड-19 के टीके बनाने की प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण सहित पेटेंट मुक्त अधिकार दें।
(3) सरकारें अपने संप्रभु अधिकारों का प्रयोग करके अधिक दवा फर्मों को टीके बनाने का लाइसेंस दें ।
(4) संबंधित व्यक्ति और संगठन मानवता हेतु इस अभियान का समर्थन करें।

स्वदेशी जागरण मंच के अभियान का पड़ा वैश्विक असर

विदित हो कि, विश्व व्यापार संगठन ने 9 जून 2021 को अपनी बैठक में 60 से अधिक देशों द्वारा समर्थित भारत और दक्षिण अफ्रीका के वैक्सीन निर्माण को बढ़ाने के लिए ट्रिप्स के प्रावधानों में छूट के प्रस्ताव को फास्ट ट्रैक से अंतिम रूप देने के लिए एक टेक्स्ट (मसौदा) आधारित प्रक्रिया शुरू करने पर अपनी सहमति व्यक्त की है। यह भारत में UAVM, स्वदेशी जागरण मंच जैसे अभियानों और दुनिया में इसी तरह के अन्य अभियानों द्वारा उत्पन्न जनता के दबाव के कारण संभव हुआ है। इस मुद्दे पर अधिक जागरूकता और समर्थन सुनिश्चित करने और डब्ल्यूटीओ द्वारा ट्रिप्स छूट को अंतिम रूप देने तक अधिक सार्वजनिक दबाव उत्पन्न करने के लिए UAVM स्वदेशी जागरण मंच के अभियान ने एक कदम और आगे बढ़ते हुए 20 जून 2021 को “विश्व जागृति दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। इस दिन पेटेंट मुक्त वैक्सीन संकल्प कार्यक्रम भारत के विभिन्न शहरों, विश्वविद्यालयों, कालेजों और दुनिया के कई देशों में प्रदर्शनों / प्रेस ब्रीफिंग/ संगोष्ठियों/ वेबीनार आदि के रूप में – क्षेत्र के कुछ प्रतिष्ठित व्यक्तियों और प्रेस तथा मीडिया के लोगों की उपस्थिति में अपना संकल्प व्यक्त किया गया। स्वदेशी जागरण मंच के द्वारा आयोजित आज यह कार्यक्रम भी इसी की एक कड़ी है।

आज के इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से प्रोफेसर मनोज अग्रवाल (प्रांत संयोजक), उमाकांत शर्मा (सह प्रांत संयोजक), विजय गुलाटी (महानगर संयोजक), आलोक शुक्ल ‘जोरदार’, नीरा सिन्हा वर्षा (समर्थ नारी भारत), सुप्रिया शर्मा, डॉ. संजय उपाध्याय, संजीव दीक्षित, डीएन तिवारी, मृणांक शा, चंदन मिश्र तथा सुनील आदि उपस्थित रहे।