
कछौना/हरदोई: करुणा, मैत्री और विश्व शांति का संदेश लेकर सारनाथ से संकिसा तक 600 किमी की धम्म चारिका (शांति यात्रा) पर निकले पूज्य भिक्खु चंदिमा महाथेरो के नेतृत्व में लगभग 100 सदस्यीय पावन भिक्खु महासंघ का रविवार (7 दिसंबर) को कछौना कस्बे में भव्य स्वागत किया गया। बहुजन बुद्ध विहार, कुकुही—कछौना में उपासकों द्वारा भोजन दान व संघ दान अर्पित किया गया।
श्रवणेर प्रशिक्षण केंद्र, सारनाथ के अध्यक्ष पूज्य भंते चंदिमा थेरो के मार्गदर्शन में यह धम्म चारिका यात्रा 20 नवंबर 2025 को सारनाथ से प्रारम्भ हुई। यात्रा जौनपुर, प्रतापगढ़, रायबरेली, लखनऊ व हरदोई के विभिन्न बौद्ध विहारों से होती हुई 14 दिसंबर 2025 को संकिसा (फर्रुखाबाद) में संपन्न होगी।
7 दिसंबर को इस यात्रा का पड़ाव बहुजन बुद्ध विहार, बालामऊ में पूर्वाह्न 11:00 से अपराह्न 3:30 बजे तक आयोजित रहा। लगभग 100 भिक्खुओं के साथ 250 से अधिक उपासक-उपासिकाओं ने कछौना चौराहे पर चारिका दल का स्वागत किया और बुद्ध विहार तक शांतिमय पैदल मार्च किया। बुद्ध विहार में सभी भिक्खुओं व उपासकों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, जिसके बाद भिक्खुओं ने धम्म देसना द्वारा समाज को लाभान्वित किया।
देसना में बताया गया कि धार्मिक एकता को मजबूत कर पिछड़े, दलित, असहाय वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ना आवश्यक है, जिससे देश में समता स्थापित हो सके। मैत्री, भाईचारा और बंधुत्व की भावना का विस्तार ही मजबूत समाज की नींव है।
कार्यक्रम में परम पूज्य भिक्खु करुणानन्द, पूज्य भिक्खु चंदिमा, पूज्य भंते बुद्ध रतन सहित अनेक उपासक-उपासिकाएं—बलराम मौर्य, गया प्रसाद (सेवानिवृत्त शिक्षक), जेपी बौद्ध, रघुनाथ मौर्य, अवधेश गौतम, रंजीत राव, अमित गौतम, मेवालाल गौतम, बुद्धप्रिय, अनूप शाहजहांपुर, राकेश बौद्ध, अमृतलाल गौतम, लेखराम भारती, सुशील विद्यार्थी, विनय गौतम, इंजीनियर महेंद्र, हेमंत गौतम शिक्षक आदि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
पत्रकारों, कैमरामैन तथा पुलिस प्रशासन सहित सभी के सहयोग से कार्यक्रम शांति और सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अंत में उपस्थित सभी को साधुवाद दिया गया।