स्वास्थ्य कारण बताकर दिया त्यागपत्र, लेकिन अंदरूनी टकराव के संकेत से सियासी हलचल तेज!

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा

लखनऊ। देश की राजनीति में सोमवार शाम एक बड़ा धमाका हुआ जब उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आधिकारिक तौर पर इसका कारण स्वास्थ्य बताया गया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में गहरी नाराज़गी और अपमान की पीड़ा को असली वजह माना जा रहा है।

जानकारी के अनुसार, कल दोपहर 12:30 बजे उपराष्ट्रपति ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति (BAC) की अध्यक्षता की थी, जिसमें नेता सदन जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बैठक में निर्णय लिया गया था कि अगली बैठक शाम 4:30 बजे होगी।

लेकिन हैरानी की बात यह रही कि शाम की बैठक में नड्डा और रिजिजू दोनों नहीं पहुंचे, और न ही उन्होंने उपराष्ट्रपति को कोई सूचना दी। सूत्रों के अनुसार, इस उपेक्षा से धनखड़ आहत हुए और उन्होंने अगली BAC बैठक को आज दोपहर 1 बजे के लिए टाल दिया।

इसके कुछ ही घंटे बाद देर शाम उपराष्ट्रपति का इस्तीफा सामने आ गया, जिसकी भनक VP हाउस के स्टाफ को तक नहीं लगी। सबको इस बारे में जानकारी उनके सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से हुई।

खास बात यह है कि धनखड़ और सत्ता पक्ष के बीच किसी गंभीर मुद्दे को लेकर मतभेद की खबरें सामने आ रही हैं। BAC बैठक में नेताओं की अनुपस्थिति और बाद में सिर्फ कानून मंत्री का सदन में मौजूद होना, जिन्होंने यह सूचना दी कि लोकसभा में ‘जस्टिस वर्मा मोशन’ मूव हो गया है — इस पूरी घटना को और भी रहस्यमय और राजनीतिक रूप से विस्फोटक बना देता है।

सत्ता पक्ष की चुप्पी और विपक्ष की सक्रियता के बीच यह इस्तीफा संसद के मानसून सत्र को और भी गरमाने वाला है। अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि क्या सचमुच स्वास्थ्य कारण हैं, या फिर कोई गंभीर वैचारिक टकराव इसकी जड़ में छिपा है।