वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 9 परियोजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य, 40.48 लाख किसानों को लाभ
लखनऊ। सूबे की योगी सरकार ने प्रदेश के किसानों को सिंचाई की अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए बीते तीन वर्षों में कुल 11 परियोजनाएं पूर्ण कर चुकी है, जिनमें 2.21 लाख हेक्टेयर अतिरिक्त सिंचन क्षमता का सृजन हुआ तथा 2.33 लाख किसान लाभान्वित हुए। वहीं, वर्तमान वित्तीय वर्ष में कुल 9 परियोजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य है, जिससे 16.41 लाख हेक्टेयर की अतिरिक्त सिंचाई क्षमता सृजित होगी। इससे 40.48 लाख किसान लाभान्वित होंगे। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण में सरकार की इन कोशिशों के प्रमुखता से उल्लेख हुआ। उक्त जानकारी राज्य सरकार के प्रवक्ता ने दी।
प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में किसानों को बोरिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही अब नलकूपों को सौर ऊर्जा से संचालित कराया जाएगा। किसानों को उथले, मध्यम व गहरे नलकूपों की बोरिंग सुविधा प्रदान की जाएगी।
बाढ़ संकट से निजात पायेगा प्रदेश
प्रवक्ता ने बताया कि बाढ़ की समस्या से स्थायी निजात दिलाने के लिए बाढ़ से संबंधित परियोजनाएं जनवरी में ही शुरू हो गयी हैं और बरसात से पहले मई तक पूरी भी हो जाएंगी। बीते दिनों मुख्यमंत्री योगी ने बाढ़ बचाव से जुड़ी 146 परियोजनाओं का लोकार्पण तथा 170 परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया है। बाढ़ आपदा की दृष्टि से 2017 में प्रदेश के 24 जनपद अति संवेदनशील थे, जबकि 16 जिले संवेदनशील श्रेणी में थे। बावजूद इसके, न कहीं बाढ़ बचाव की कोई व्यवस्थित कार्ययोजना थी, न राहत सामग्री की। लेकिन वर्तमान सरकार ने स्थानीय जरूरतों का आंकलन कर विस्तृत कार्ययोजना तैयार की, उन्हें लागू कीं और जवाबदेही निर्धारित की। नतीजा आज काफी बड़े पैमाने पर बाढ़ से लोग सुरक्षित हुए हैं। व्यापक स्तर पर लोगों को सहायता मुहैया कराई गई है। यही नहीं, राज्य के इतिहास में पहली बार कुछ अभिनव प्रयोग भी किए गए। नदियों की ड्रेजिंग और चैनलाइजेशन की व्यवस्थित कार्ययोजना बनाकर काम हुआ। इसके अच्छे परिणामों से उत्साहित तमाम जनप्रतिनिधियों ने इसे अपने क्षेत्रों में भी लागू करने की जरूरत बताई है।