Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wp-statistics domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the updraftplus domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the wordpress-seo domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/ekumjjfz/amarbharti.com/wp-includes/functions.php on line 6114
केला के पत्तों पर खाना खाने का क्‍या हैं फायदा- Amar Bharti Media Group हेल्थ

केला के पत्तों पर खाना खाने का क्‍या हैं फायदा

दक्षिण भारत में आज भी केला के पत्तों पर खाने का चलन है. धातु के प्लेट के मुकाबले केला के पत्तों को खाने में प्राथमिकता दी जाती है. केला के पत्ते पर खाना भारत की प्राचीन परंपरा का हिस्सा रहा है. पुराने जमाने में लोग स्वस्थ रूटीन का पालन करते थे.

स्वास्थ्य के लिए उनका ज्यादा फोकस साफ, स्वस्थ और ताजा फूड पर होता था. इसलिए केला के पत्ते उन दिनों इस्तेमाल किए जाते थे.

हमारे देश में केला के पत्तों को अत्यधिक हेल्दी और शुभ समझा जाता है और भगवान को प्रसाद पेश करने के लिए उसका इस्तेमाल किया जाता है. सवाल है कि केला के पत्ते हमें क्या फायदा पहुंचाते हैं.

पत्तों में एंटी ऑक्सीडेंट्स होता है

केला के पत्तों पर खाने के एक अहम फायदे में हेल्दी पोषक तत्व का होना है. एंटी ऑक्सीडेंट्स के चलते भी अधिक लोकप्रिय और इस्तेमाल का प्रमुख कारण है. ये पत्ते पौधे आधारित यौगिकों जैसे एपिगालोकैटेचिन गैलेट और अन्य शक्तिशाली एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं. ये आपकी इम्यूनिटी बढ़ाने और फूड को पोषण से भरपूर रखने में मदद करते हैं. केला के पत्ते सीधे नहीं खाए जा सकते बल्कि उस पर रखा फूड पत्तों से पोषण को अवशोषित करता है और अतिरिक्त पोषण के मिलने से सुपर हेल्दी हो जाता है.

ये रोगाणुओं को दूर करता है

माना जाता है कि केला के पत्तों में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं. ये गुण बैक्टीरिया या रोगाणुओं से बर्बाद होनेवाले फूड की रक्षा करने में मदद करता है. पत्तों पर मौजूद फूड रोगाणुओं या दूषण से मुक्त होता है और आपको स्वस्थ रखने में मदद करता है. इसके अलावा, बीमार पड़ने के खतरे को भी रोकता है.

ये खाने का स्वच्छ तरीका है

केला के पत्ते निश्चित रूप से खाने का सबसे ज्यादा स्वच्छ तरीका है. पत्तों को छोड़कर बर्तन साबुन से आम तौर पर धोए जाते हैं और कई बार केमिकल युक्त साबुन के अंश प्लेट पर रह जाते हैं. जब हम प्लेट पर खाना खाते है, तो हमारे फूड उन केमिकल को अवशोषित कर लेते हैं. दूसरी तरफ, केला के पत्ते धूल और गंदगी को दूर रखते हैं. इसके अलावा, पत्ते बिना साबुन के सिर्फ सादा पानी से साफ किए जा सकते हैं.