नई दिल्ली। अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के कब्ज़े के बाद से ही भारत के प्याज़ बाज़ार में किसानों को बड़ा फायदा देखने को मिला है। अफ़ग़ानिस्तान से इस साल प्याज़ आना बेहद मुश्किल है। ऐसे में राजस्थान के अलवर के किसानों को बड़ा मुनाफा मिल सकता है।
प्याज़ की खेती में लगाए 260 करोड़ रूपए
भारत के प्रमुख अलवर ज़िले में प्याज़ की प्रमुख खेती होती हैं। अलवर के किसानों ने प्याज़ की खेती में 260 करोड़ रुपये लगा दिए हैं। इस एक ही जिले में करीब 40 हजार बीघे में प्याज़ लगा दी हैं।
किन राज्यों को मिलेगा मुनाफ़ा
देश में कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और राजस्थान में सबसे अधिक प्याज की उत्पत्ति होती हैं। यदि प्याज के भाव में उछाल आया तो इन राज्यों के किसानों को बेहद मुनाफा मिलेगा।
आपको बता दें कि पिछली बार कर्नाटक में प्याज़ खराब होने की वजह से भाव ज़्यादा बढ़ गए थे। अबकी बार ऐसा अनुमान है कि अफ़ग़ानिस्तान से प्याज़ न आने की वजह से प्याज़ के भावों में बढ़ोतरी हो जाए। वर्तमान में प्याज़ के खराब होने कि ख़बर कम सुनने को मिली है। ऐसे में ज़्यादा भाव न बढ़े ऐसी भी उम्मीद लगाई जा सकती है।
2019 में अफ़ग़ान से आयात किया था प्याज़
साल 2019 में प्याज़ के भाव 100 रुपये से अधिक हो गए थे। ऐसे में सरकार ने भाव कम करने के लिए अफ़ग़ानिस्तान से प्याज़ का आयात किया था। लेकिन अब ऐसा करना असंभव लग रहा है।