- प्रदेश के लोगो को जल्द मिले योजना का लाभ
- रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना
- के तहत दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के कार्यों
- को तेजी से संचालित करने के लिए निर्देश
- परियोजना के निर्माण कार्यों में तेजी लायी जाए,
- जिससे आमजन को इस सुविधा का लाभ शीघ्रता से उपलब्ध हो
- आर0आर0टी0एस0 रेल सेवा तेज गति, उच्च क्षमता, आरामदायक व सुरक्षित होगी
- यह ट्रैफिक जाम से निजात दिलाएगी तथा ऊर्जा
- उपभोग और प्रदूषण को कम करने में भी सहायक होगी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के तहत दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के कार्यों को तेजी से संचालित करने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने आवास एवं शहरी नियोजन, सिंचाई, राजस्व, परिवहन, औद्योगिक विकास आदि विभागों को परियोजना के निर्माण कार्यों के सम्बन्ध में अन्तर्विभागीय समन्वय से शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री शनिवार को अपने सरकारी आवास पर आयोजित रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इण्टर ऑपरेबल कॉरिडोर और मल्टी मॉडल इण्टीग्रेशन के दृष्टिगत निर्माण कार्यों में तेजी लायी जाए, जिससे आमजन को इस सुविधा का लाभ शीघ्रता से उपलब्ध हो सके। आरआरटीएस रेल सेवा तेज गति, उच्च क्षमता, आरामदायक व सुरक्षित होगी। यह ट्रैफिक जाम से निजात दिलाएगी। साथ ही, ऊर्जा उपभोग और प्रदूषण को कम करने में भी सहायक होगी।
इस अवसर पर अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर का कार्य प्रगति पर है। 82.15 किमी लम्बाई की इस परियोजना की कुल लागत 30,274 करोड़ रुपए है। आरआरटीएस परियोजना के तहत मेरठ में मेट्रो सेवाओं का संचालन किया जाएगा। गाजियाबाद में मल्टीमोडल एकीकरण सम्बन्धी कार्यों पर कार्यवाही की जा रही है। कार्यों की प्रगति के सम्बन्ध में निरन्तर समीक्षा की जा रही है।
बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव वित्त एस. राधा चौहान, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव सिंचाई टी वेंकटेश, प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन दीपक कुमार, प्रमुख सचिव परिवहन राजेश कुमार सिंह, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।