नई दिल्ली। हर साल अश्विन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शारदीय नवरात्रि शुरू होते हैं, इसलिए इस साल शारदीय नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे हैं और पूरे नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग शक्ति रूपों की पूजा की जाती है। आचार्य के अनुसार नवरात्रि साल में चार बार पौष, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन के महीनों में आती है। चैत्र और आश्विन को पड़ने वाले नवरात्रि प्रमुख हैं। जबकि अन्य दो महीने पौष और आषाढ़ को गुप्त नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है। आश्विन महीने से पतझड़ का मौसम शुरू होने के कारण आश्विन मास की इस नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
शारदीय नवरात्रि के ये नौ दिन 7 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलते हैं। कलश की स्थापना नवरात्रि के पहले दिन देवी के लिए की जाती है।
इस बार डोली की सवारी करेंगी मां दुर्गा
देवी भागवत पुराण में कहा गया था कि धरती पर युद्ध के बाद मां दुर्गा क्या सवारी करेंगी। सोमवार या रविवार को जब नवरात्रि शुरू होते हैं तो मां हाथी पर सवार होकर आती हैं। शनिवार और मंगलवार को माता घोड़े पर सवार होकर आती हैं। वहीं अगर गुरुवार या शुक्रवार को नवरात्रि शुरू हो जाए तो मां डोली की सवारी करेंगी। इस साल नवरात्रि गुरुवार से शुरू हो रही है। इस वजह से वह डोली की सवारी करेंगी।
शारदीय नवरात्रि का शुभ मुहूर्त
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ: 6 अक्टूबर शाम 4 बजकर 35 मिनट से शुरू
प्रतिपदा तिथि समाप्त: 7 अक्टूबर दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक
घटस्थापना का मुहूर्त: 7 अक्टूबर को घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट से सुबह 7 बजकर 7 मिनट तक का है।
शारदीय नवरात्रि 2021 तिथियां
7 अक्टूबर- मां शैलपुत्री की पूजा
8 अक्टूबर- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
9 अक्टूबर- मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की पूजा
10 अक्टूबर- मां स्कंदमाता की पूजा
11 अक्टूबर- मां कात्यायनी की पूजा
12 अक्टूबर- मां कालरात्रि की पूजा
13 अक्टूबर- मां महागौरी की पूजा
14 अक्टूबर- मां सिद्धिदात्री की पूजा
15 अक्टूबर- दशमी तिथि, विजयादशमी या दशहरा