ऑलिव ऑयल (एक्स्ट्रा वर्जिन)-
कुकिंग एक्सपर्ट्स ऑलिव ऑयल में खाना पकाना सबसे ज्यादा सेहतमंद मानते हैं, खासकर एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल में खाना पकाना अच्छा है क्योंकि ये पूरी तरह से शुद्ध होता है. एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल को प्रोसेस्ड और रिफाइंड नहीं किया जाता है जिसकी वजह से इसकी क्वालिटी बहुत अच्छी होती है. इसमें अच्छी मात्रा में मोनोअनसैचुरेटेड फैट और कुछ मात्रा में पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड पाया जाता है जो दिल के लिए अच्छा होता है. ऑलिव ऑयल से धीमी या मध्यम आंच पर कुकिंग की जाती है. लिसा हॉवर्ड कहती हैं कि बेकिंग और सलाद की ड्रेसिंग के लिए ऑलिव ऑयल सबसे हेल्दी माना जाता है.
कोकोनट ऑयल-
कोकोनट ऑयल में हाई सैचुरेटेड फैट पाया जाता है इसलिए इसके इस्तेमाल पर एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है. सैचुरेटेड फैट सेहत के लिए अच्छा नहीं माना जाता है लेकिन कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि कम मात्रा और हेल्दी चीजों में इसका इस्तेमाल करके कोलेस्ट्रॉल को कम किया जा सकता है. लिज वेनंडी कहती हैं, ‘हमारे शरीर को कुछ मात्रा में सैचुरेटेड फैट की भी जरूरत होती है. इसलिए इसका कम मात्रा में इस्तेमाल किया जा सकता है. कोकोनट ऑयल में हाई हीट पर खाना बनाया जाता है.
सनफ्लावर ऑयल-
सनफ्लावर ऑयल में विटामिन E बहुत ज्यादा मात्रा में पाया जाता है. एक चम्मच सनफ्लावर ऑयल में 28 फीसदी विटामिन E होता है. इसमें स्वाद नहीं होता है इसलिए इसमें पकाए खाने में तेल का कोई स्वाद नहीं आता है. इसका इस्तेमाल हाई हीट कुकिंग में किया जाता है. इस तेल में ओमेगा- 6 फैटी एसिड अधिक होता है. शरीर के लिए ओमेगा- 6 फैटी एसिड जरूरी है लेकिन ज्यादा इस्तेमाल से इससे शरीर में सूजन हो सकती है. अगर आप सनफ्लावर ऑयल में कुकिंग करते हैं तो अपनी डाइट में ओमेगा-3 से इसे संतुलित करें.
वेजिटेबल ऑयल-
वेजिटेबल ऑयल का मतलब है कि वो कोई भी तेल जो प्लांट के जरिए मिलता है. वेजिटेबल ऑयल का कितना फायदा मिल रहा है ये इस पर निर्भर करता है इसका इस्तेमाल किस तरह की कुकिंग में किया जा रहा है. हॉवर्ड के अनुसार, वेजिटेबल ऑयल को प्रोसेस्ड और रिफाइंड किया जाता है इसलिए इसमें स्वाद और पोषण कम पाया जाता है. ये बॉडी में गुड और बैड कोलेस्ट्रॉल में संतुलन बनाए रखता है लेकिन इसका ज्यादा सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.
एवोकैडो ऑयल-
एवोकैडो ऑयल को बहुत सेहतमंद माना जाता है. वर्जिन ऑलिव ऑयल की तरह इसे भी रिफाइंड नहीं किया जाता है. इस तेल में हाई हीट पर कुकिंक की जाती है. इसमें स्वाद बहुत ही कम होता है. एवोकैडो की तरह इसका तेल भी क्रीमी होता है. एवोकैडो ऑयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैट, पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड और विटामिन E पाया जाता है. और तेलों की तुलना में इसकी कीमत ज्यादा होती है.
पीनट ऑयल-
पीनट ऑयल से कुकिंग करना सेहत के लिए फायदेमंद होता है. ये स्वाद में भी बहुत अच्छा होता है. पीनट ऑयल की कई किस्में होती हैं. इसमें मोनोअनसैचुरेटेड फैट बहुत अधिक होता है. स्वाद के साथ ही इसकी खुशबू भी बहुत अच्छी होती है. इसमें भी हाई हीट पर खाना पकाया जाता है.
कैनोला ऑयल-
कैनोला ऑयल सरसों के पौधे से निकाला जाता है और इसमें ज्यादा मोनोअनसैचुरेटेड फैट जबकि पॉलीअनसेचुरेटेड फैट सही मात्रा में पाया जाता है. सभी वेजिटेबल ऑयल में कैनोला ऑयल में सैचुरेटेड फैट सबसे कम मात्रा में पाया जाता है. इस तेल में तेज आंच पर कुकिंग करने से इसका फायदा ज्यादा मिलता है. प्रोसेस्ड होने की वजह से कई लोग इसे हेल्दी नहीं मानते हैं.
वॉलनट ऑयल-
वॉलनट ऑयल में लो स्मोकिंग क्वालिटी होती है इसलिए इसमें खाना बनाना सही नहीं माना जाता है. इस तेल का इस्तेमाल पैनकेक, ताजे कटे फल और आइस क्रीम के ऊपर डालने के लिए किया जाता है. कुछ लोग इसे दूध या कॉफी में भी डालकर पीते हैं. वॉलनट ऑयल ओमेगा-6 और ओमेगा- 3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है जिससे शरीर में इंफ्लेमेशन नहीं होता है.