पहले चार बार बताई औकात, अब साथ में युद्धाभ्यास

पाकिस्तान के साथ जंग का अभ्यास कर सकती है भारतीय सेना

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते सुधारने की दिशा में एक साथ कई लेवल पर पॉजिटिव कोशिशें शुरू हो चुकी हैं। ढाई साल में पहली बार पाकिस्तानी अफसरों का दल दिल्ली पहुंचा और सिंधु नदी जल बंटवारे पर स्थायी आयोग की दो दिन की बैठक शुरू हुई। भारतीय अफसरों का कहना है कि इस बैठक के साथ ही दोनों देशों के संबंध पटरी पर लाने की खिड़की खुली है।

पाकिस्तान में होगा युद्धाभ्यास

बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद यह पहला मौका है, जब भारत-पाकिस्तान के अधिकारी आमने-सामने बैठकर मुलाकात कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अफसर ने बताया कि अभी बहुत कुछ पाइपलाइन में है। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के बैनर तले पाकिस्तान के पब्बी इलाके में आतंकवाद रोकने वाला युद्धाभ्यास होगा और भारतीय सेना उसमें शामिल होगी।

SCO रूस के लिये प्रतिष्ठा का प्रश्न

इसकी अभी सरकारी तौर पर घोषणा नहीं हुई है, लेकिन इस कार्यक्रम से भारत पीछे नहीं हटेगा, क्योंकि SCO रूस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है और भारत मॉस्को को नाराज होते नहीं देखना चाहता। लिहाजा भारत-पाकिस्तान के विभाजन के बाद इतिहास में पहली बार भारतीय सेना पाकिस्तान में किसी दोस्ताना अभ्यास में शामिल होगी। 

30 मार्च को हार्ट एशिया कॉन्फ्रेंस

भारत और पाकिस्तान को बातचीत की पटरी पर लाने में UAE और सऊदी अरब ने भूमिका निभाई है। आगामी 30 मार्च को तजाकिस्तान की राजधानी दुशानबे में हार्ट एशिया काॅन्फ्रेंस होगी। इसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शामिल होंगे। वहां दोनों नेताओं के बीच मुलाकात संभव है।

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