
Arattai ऐप की सफलता के बाद अब Zoho का नया ब्राउज़र Ulaa डिजिटल दुनिया में तहलका मचा रहा है।
भारतीय टेक कंपनी Zoho ने एक बार फिर बड़ा धमाका किया है। उसके नए ब्राउज़र Ulaa ने लॉन्च के कुछ ही दिनों में iOS App Store पर Google Chrome को पीछे छोड़ते हुए शीर्ष स्थान हासिल कर लिया है। यह सफलता न केवल Zoho के लिए बल्कि भारत की स्वदेशी टेक इंडस्ट्री के लिए भी एक मील का पत्थर मानी जा रही है।
Ulaa को Zoho ने “Made for India, Made for Privacy” के सिद्धांत पर बनाया है। कंपनी का दावा है कि यह ब्राउज़र पूरी तरह से प्राइवेसी-फर्स्ट (Privacy First) है — यानी इसमें किसी भी प्रकार की यूज़र डेटा ट्रैकिंग, विज्ञापन या थर्ड पार्टी एनालिटिक्स की अनुमति नहीं है।
Zoho के संस्थापक और सीईओ श्रीधर वेम्बू ने कहा कि आज इंटरनेट उपयोगकर्ता अपने डेटा की सुरक्षा को लेकर अधिक सजग हैं। “Ulaa उपयोगकर्ताओं को बिना निगरानी के, सुरक्षित और निजी ब्राउज़िंग अनुभव देता है,” उन्होंने कहा।
इस ब्राउज़र की सबसे खास बात यह है कि इसे विभिन्न जरूरतों के अनुसार कस्टमाइज़ किया जा सकता है। इसमें यूज़र को पांच अलग-अलग मोड्स मिलते हैं —
Work Mode, Personal Mode, Kids Mode, Developer Mode, और Open Season Mode।
प्रत्येक मोड को विशेष उपयोग के लिए तैयार किया गया है, जैसे कि बच्चों के लिए सुरक्षित इंटरनेट ब्राउज़िंग या डेवलपर्स के लिए वेब टेस्टिंग की सुविधाएँ।
Ulaa में स्मार्ट टैब मैनेजमेंट की सुविधा दी गई है, जिसके जरिए यूज़र अपने टैब्स को पिन, ग्रुप, और सेव कर सकते हैं। इससे काम के दौरान बार-बार खुले टैब्स को खोजने की झंझट खत्म हो जाती है। इसके अलावा, इसमें एक खास फीचर Ulaa Sync भी है, जिससे यूज़र अपने बुकमार्क, पासवर्ड और ब्राउज़िंग हिस्ट्री को विभिन्न डिवाइसों में सिंक्रोनाइज़ कर सकते हैं — और वह भी पूरी तरह सुरक्षित तरीके से, बिना किसी डेटा लीक के खतरे के।
Zoho का कहना है कि Ulaa सिर्फ एक ब्राउज़र नहीं बल्कि एक लोकल टेक्नोलॉजी मूवमेंट का प्रतीक है। यह भारत में डेटा सुरक्षा और डिजिटल आत्मनिर्भरता की दिशा में एक मजबूत कदम है।
टेक विशेषज्ञों का मानना है कि Ulaa का यह “नो-ट्रैकिंग” मॉडल आने वाले समय में इंटरनेट पर विज्ञापन आधारित मॉडलों को चुनौती दे सकता है। वहीं, उपयोगकर्ताओं के बीच यह ब्राउज़र अपनी सरलता, तेज़ी और भरोसेमंद प्राइवेसी फीचर्स की वजह से तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।
Ulaa का इंटरफ़ेस बेहद साफ-सुथरा और यूज़र-फ्रेंडली है। इसमें Ad-Free Experience, Private Mode Switching, और Zero Telemetry Data Collection जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं।
Zoho का यह प्रयास भारत की टेक कंपनियों के लिए प्रेरणास्रोत बन रहा है। जहां एक ओर Chrome और Safari जैसे विदेशी ब्राउज़र लंबे समय से बाज़ार पर हावी हैं, वहीं Ulaa का उभरना इस बात का संकेत है कि भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियाँ अब विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा में अग्रणी भूमिका निभा सकती हैं।
टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि Ulaa का यह सफर अब शुरू हुआ है, और आने वाले समय में यह डिजिटल प्राइवेसी और लोकल इनोवेशन के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन ला सकता है।
Zoho के इस नए प्रयोग ने यह साबित कर दिया है कि “भारतीय टेक अब केवल उपयोगकर्ता नहीं, बल्कि निर्माता भी है।”
Ulaa न केवल एक ब्राउज़र है, बल्कि एक नया डिजिटल भरोसा भी है — जो “सुरक्षा, निजता और स्वदेशी नवाचार” का प्रतीक बनकर उभरा है।