ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने रविवार को चेतावनी दी कि अगर इजरायल गाजा पट्टी पर हमले जारी रखेगा तो संघर्ष और बढ़ेगा। रायसी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फोन पर बातचीत में कहा कि अगर ज़ायोनी शासन इन अपराधों को जारी रखकर अपनी हार की कीमत चुकाना चाहता है, तो युद्व का विस्तार होगा। ईरान के कहा वह गाजा पट्टी पर हो रहे हमलों से परेशान है, वह इस का विरोध करेगा। उन्होंने कहा इजरायल गाजा पर हमले बंद नही करेंगे तो ईरान भी इस युद्ध में उतर जाएगा, अगर ऐसा हुआ तो यह पूरी दुनिया के लड़ाई मे बदल जाएगा। मामला फिर इस इलाके की पूरी मिलट्री डायनेमिक्स पर आ जाएगा।
ईरान के राष्ट्रपति के कार्यालय की वेबसाइट पर प्रकाशित एक बयान के अनुसार, रायसी ने पिछले कुछ दिनों में फिलिस्तीनियों पर इजरायल के हमलों की कड़ी निंदा की और फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में एक रैली को रोकने के लिए फ्रांसीसी सरकार की आलोचना की। फ्रांस के राष्ट्रपति ने अपनी ओर से गाजा पट्टी में संकट के बढ़ने पर चिंता व्यक्त की और ईरान से क्षेत्र में स्थिति को नियंत्रित करने में अपनी प्रभावशाली भूमिका निभाने का आह्वान किया।
ईरान की आबादी 8.67 करोड़ है, जबकि इजरायल की कुल 89.14 लाख है, अगर मौजूदा मैनवापर की बात करें, तो भी ईरान इजरायल से बहुत आगे है। ईरान के पास 4.85 करोड़ और इजरायल के पास 37.44 लाख मैनपावर है। इनमें से ईरान 4 करोड़ से ज्यादा लोगों को तुरंत ही सेना में भर्ती कर सकता है, जबकि इजरायल के पास 31.11 लाख लोग इस लायक है।