ईरान में उत्पन्न ताज़ा तनावपूर्ण हालात के चलते वहां का हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इसका सीधा असर भारत से और भारत आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पड़ा है। एयर इंडिया की दर्जनों फ्लाइट्स को या तो बीच रास्ते में डायवर्ट किया गया है या उन्हें अपने प्रस्थान स्थल पर लौटना पड़ा है। इससे न सिर्फ यात्रियों को भारी असुविधा हुई है बल्कि विमानन कंपनियों के संचालन पर भी संकट गहराया है।
एयर इंडिया की जिन फ्लाइट्स पर पड़ा असर, उनमें प्रमुख नाम इस प्रकार हैं:
- AI 130 – लंदन हीथ्रो से मुंबई: वियना डायवर्ट
- AI 102 – न्यूयॉर्क से दिल्ली: शारजाह डायवर्ट
- AI 116 – न्यूयॉर्क से मुंबई: जेद्दाह डायवर्ट
- AI 2018 – लंदन हीथ्रो से दिल्ली: मुंबई डायवर्ट
- AI 129 – मुंबई से लंदन हीथ्रो: मुंबई वापस लौटी
- AI 119 – मुंबई से न्यूयॉर्क: मुंबई वापस लौटी
- AI 103 – दिल्ली से वाशिंगटन: दिल्ली वापस लौटी
- AI 106 – न्यूयॉर्क से दिल्ली: दिल्ली वापस लौटी
- AI 188 – वैंकूवर से दिल्ली: जेद्दाह डायवर्ट
- AI 101 – दिल्ली से न्यूयॉर्क: फ्रैंकफर्ट / मिलान डायवर्ट
- AI 126 – शिकागो से दिल्ली: जेद्दाह डायवर्ट
- AI 132 – लंदन हीथ्रो से बेंगलुरु: शारजाह डायवर्ट
- AI 2016 – लंदन हीथ्रो से दिल्ली: वियना डायवर्ट
- AI 104 – वाशिंगटन से दिल्ली: वियना डायवर्ट
- AI 190 – टोरंटो से दिल्ली: फ्रैंकफर्ट डायवर्ट
- AI 189 – दिल्ली से टोरंटो: दिल्ली वापस लौटी
फ्लाइट डायवर्जन के चलते हजारों यात्रियों को घंटों इंतज़ार और असमंजस का सामना करना पड़ा है। कुछ यात्रियों को वैकल्पिक रूट से उनकी मंज़िल पर भेजने की कोशिशें की जा रही हैं, जबकि अन्य को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है।
एयर इंडिया की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और अंतरराष्ट्रीय हालात को देखते हुए उड़ानों का रूट बदलना एक आवश्यक कदम है। कंपनी यात्रियों को जल्द से जल्द गंतव्य तक पहुंचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं कर रही है।
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हालात लंबे समय तक ऐसे ही बने रहे तो भारत और यूरोप-अमेरिका के बीच उड़ानों की समयसीमा, लागत और संचालन पर बड़ा असर पड़ सकता है। स्थिति सामान्य होने तक यात्रियों को लगातार अपडेट्स पर नज़र रखने और धैर्य बनाए रखने की सलाह दी गई है।