योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद के लिए एक नई कानूनी परेशानी खड़ी हो गई है। दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की गई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि पतंजलि के हर्बल टूथ पाउडर ‘दिव्य मंजन’ में मांसाहारी तत्व शामिल हैं, जिसे शाकाहारी उत्पाद के रुप में बेचा जा रहा है।
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याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया है कि वह लंबे समय से ‘दिव्य मंजन’ का उपयोग कर रहा था क्योंकि इसे शाकाहारी और आयुर्वेदिक उत्पाद के रूप में प्रचारित किया जाता है। लेकिन हाल ही में हुए एक शोध से पता चला कि इस उत्पाद में समुद्रफेन (सीपिया ऑफिसिनेलिस) नाम का एक तत्व शामिल है, जो मछली के अर्क से प्राप्त होता है।