सभी निजी और सरकारी स्कूलों के छात्रों ने गुरुवार को ‘सूर्य नमस्कार’ किया, जबकि कई मुस्लिम समूहों ने कार्यक्रम पर आपत्ति जताई। समारोह में शिक्षक व अभिभावक भी शामिल हुए। भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने हाल ही में एक आदेश जारी कर सभी सरकारी स्कूलों को गुरुवार को ‘सूर्य सप्तमी’ के अवसर पर स्कूलों में सामूहिक ‘सूर्य नमस्कार’ आयोजित करने का निर्देश दिया।
माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष मोदी ने पिछले सप्ताह एक आदेश जारी कर सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को सुबह की प्रार्थना में ‘सूर्य नमस्कार’ कराने का निर्देश दिया था। स्कूल शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश के बाद यह आदेश जारी किया गया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि सरकार निर्देश देगी तो ‘सूर्य नमस्कार’ के स्वास्थ्य लाभों को देखते हुए इसे नियमित अभियान बनाने के आदेश जारी किये जायेंगे।
जमीयत उलमा राजस्थान ने हाल ही में राज्य सरकार के आदेश की निंदा की और आदेश को धार्मिक मामलों में अनुचित निष्कर्ष और संविधान में निहित धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया। एक प्रस्ताव में, जमीयत उलमा राजस्थान के महासचिव मौलाना अब्दुल वाहिद खत्री ने मुस्लिम समुदाय से 15 फरवरी को अपने बच्चों को स्कूलों में भेजने से परहेज करने और अनिवार्य कार्यक्रम का बहिष्कार करने का आग्रह किया था।