उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। यमुना, गंगा, हिंडन और शारदा समेत कई नदियां उफान पर है और खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसकी वजह से सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित है, शहरों में भी पानी भर गया। लोगों के घरों में पानी घुसने से लोग अपने घरों को छोड़कर जाने के लिए मजबूर हो गए है। सैलाब से प्रभावित कुल 25281 लोगों की मदद के लिए 61 शरण स्थल बनाए गए हैं। NDRF लोगों को रेस्क्यू कर रही है और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है।
बता दें कि यूपी में पिछले कुछ दिनों से बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी की वजह से नदियों में उफान आ गया है। कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही जिस कारण आसपास के गांव में बाढ़ आ गई है। जानकारी के मुताबिक अलीगढ़, बिजनौर, बदायूं, फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, कासगंज, मथुरा, मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, शाहजहांपुर और शामली जिलों के 385 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। गंगा नदी कचला ब्रिज (बदायूं) और फतेहगढ़ (फर्रुखाबाद) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। वहीं, नरौरा (बुलंदशहर) में इसका जलस्तर लाल चिह्न के नजदीक पहुंच गया है। इसके अलावा यमुना नदी मावी (मुजफ्फरनगर) तथा प्रयाग घाट (मथुरा) में और शारदा नदी पलिया कलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान के नजदीक बह रही है। इस बीच, गाजियाबाद से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक हिंडन नदी की बाढ़ से कई आवासीय कॉलोनी जलमग्न हो गई हैं।