अमर भारती बरेलीः इंडियन कालेज आफ रेडिएशन ओंकोलाजी (ICRO) और एसोसिएशन आफ रेडिएशन ओंकोलाजिस्ट आफ इंडिया (AROI) की एकेडेमिक विंग की ओर से एसआरएमएस मेडिकल कालेज में रेडियोबायोलाजी पर वर्कशाप आयोजित हुई। नार्थ जोन की इस वर्कशाप में उत्तर भारत के सात राज्यों में संचालित 20 मेडिकल कालेजों के ओंकोलाजी के पीजी विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। सुबह नौ बजे से आरंभ हुई वर्कशाप में एसोसिएशन आफ रेडिएशन ओंकोलाजिस्ट आफ इंडिया (AROI) के नेशनल प्रेसिडेंट और कोर्स डायरेक्टर डा.मनोज गुप्ता ने रेडियोबायोलाजी से संबंधित आधुनिक तकनीकों की जानकारी दी। दोपहर में आयोजित उद्घाटन सत्र में उन्होंने एसआरएमएस मेडिकल कालेज के आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट द्वारा किए जा रहे कैंसर मरीजों के उपचार की सराहना की। उन्होंने इसे उत्तर भारत का महत्वपूर्ण कैंसर सेंटर बताया। डा.मनोज ने कहा कि जिस तेजी से कैंसर बढ़ रहा है उतनी तेजी से मरीजों के इलाज के लिए हमको भी आगे बढ़ना होगा। संसाधान जुटाने होंगे तभी भविष्य में कैंसर के मरीजों का उपचार संभव हो सकेगा। इसके लिए सभी मेडिकल कालेजों में ओंकोलाजी विभाग होना बेहद जरूरी है। देश में लगभग 650 मेडिकल कालेज हैं लेकिन इनमें से सिर्फ दो सौ में ही यह विभाग संचालित है। ओंकोलाजी में पीजी की बात करें तो यह तो और भी मुश्किल है। उत्तर प्रदेश में एसआरएमएस मेडिकल कालेज ही एक मात्र प्राइवेट संस्थान है जहां पर ओंकोलाजी में पीजी कोर्स उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि इसके लिए नेशनल मेडिकल कमीशन और सरकार को हर मेडिकल कालेज में ओंकोलाजी विभाग स्थापित करने की पहल करनी चाहिए। यह सुझाव जल्द ही नेशनल मेडिकल कमीशन और सरकार के पास भेजा जाएगा।
क्योंकि दस लाख लोगों पर एक कैंसर इंस्टीट्यूट होना बेहद जरूरी है। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के संस्थापक व चेयरमैन देवमूर्ति जी ने कैंसर को बड़ी चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि कैंसर बड़ी चुनौती जरूर है लेकिन इसका पूरी तरह उपचार संभव है। पिछले दस वर्ष से एसआरएमएस मेडिकल कालेज में उपचार कराने वाले हजारों मरीज कैंसर को मात देकर स्वस्थ हो चुके हैं। कैंसर के उपचार के लिए हमारे यहां अत्याधुनिक उपकरण हैं। जल्द ही हम इसका और भी विस्तार करने वाले हैं। इससे पहले आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट के एचओडी कैंसर विशेषज्ञ डा.पियूष कुमार ने उपस्थित अतिथियों और विद्यार्थियों का स्वागत किया। कालेज के प्रिंसिपल एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा. एमएस बुटोला ने मेडिकल कालेज की स्थापना और इसकी उपलब्धियों को बताया। कार्यक्रम का संचालन डा.आयुष गर्ग ने किया। इस मौके पर मेडिकल कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति, डा.अरविंद चौहान, डा.पवन मेहरोत्रा, डा.राशिका सचान और पीजी विद्यार्थी उपस्थित रहे।