कांग्रेस ने अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन और इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट (आईएचडी) की भारत में रोजगार की स्थिति से संबंधित रिपोर्ट को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर हमला बोला और आरोप लगाया कि देश बेरोजगारी के ‘टाइम बम’ पर बैठा है और युवा यह समझ चुके हैं कि मोदी सरकार रोजगार नहीं दे सकती। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा एवं जयराम रमेश तथा पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने इस रिपोर्ट का उल्लेख करते हुए यह भी कहा कि कांग्रेस के पास रोजगार को लेकर ठोस योजना है।
खरगे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘हमारे युवा मोदी सरकार की दयनीय उदासीनता का खामियाजा भुगत रहे हैं, क्योंकि लगातार बढ़ती बेरोजगारी ने उनका भविष्य बर्बाद कर दिया है।” कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आईएलओ और आईएचडी की रिपोर्ट के अनुसार भारत में बेरोजगारी की समस्या गंभीर है। उन्होंने दावा किया, ‘‘ हम बेरोज़गारी के ‘टाइम बम’ पर बैठे हैं। लेकिन मोदी सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार यह कहकर प्रिय नेता का बचाव करते हैं कि सरकार बेरोजगारी जैसी सभी सामाजिक, आर्थिक समस्याओं का समाधान नहीं कर सकती।”
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कल ही मैंने पूछा था कि ‘क्या नरेन्द्र मोदी के पास रोज़गार के लिए कोई योजना थी भी? आज ही सरकार का जवाब आया – नहीं”। उन्होंने दावा किया कि यह रिपोर्ट न सिर्फ रोज़गार पर मोदी सरकार की भीषण नाकामी का दस्तावेज है बल्कि कांग्रेस की रोज़गार नीति पर मुहर भी है। राहुल गांधी ने कहा, “रिपोर्ट के मुताबिक भारत के कुल बेरोज़गारों में 83 प्रतिशत युवा हैं। या तो उनके पास नौकरी है ही नहीं या वह बहुत ही कम मेहनताने पर बुरी दशा में काम करने को मजबूर हैं। रिपोर्ट कहती है 65 प्रतिशत पढ़े लिखे युवा बेरोज़गार हैं।