प्रधानमंत्री ने कोरोना से मुकाबले के लिए लॉन्च किया क्रैश कोर्स, 2 महीने में तैयार होंगे फ्रंटलाइन वर्कर्स

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कोविड वॉरियर्स के लिए विशेष रूप से तैयार एक क्रैश कोर्स की शुरुआत की। पीएम ने कहा कि कोरोना वायरस अभी भी हमारे बीच है और इसके म्यूटैट करने की संभावना अभी भी बनी हुई है। इसके लिए हमें सावधानी से काम करना होगा। इसी उद्देश्य से आज एक लाख कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स तैयार करने का महाअभियान शुरु किया गया है। देश के 26 राज्यों में 111 परीक्षण केंद्रों में इस कोर्स का शुभारंभ किया गया। यह कोर्स 2-3 महीने में ही खत्म हो जाएगा।

PM Narendra Modi to address nation at 5 pm today

कोरोना महामारी ने सिखाई बहुत सी अहम बातें

पीएम ने कहा कि इस अभियान से हमारे फ्रंटलाइन फोर्स को नई ऊर्जा मिलेगी और साथ ही देश के युवाओं को रोजगार का अवसर भी मिलेगा। बीते 7 साल में सरकार ने नए ऐमस, नए मेडिकल कॉलेज, नए नर्सिंग कॉलेज के निर्माण पर बल भी दिया है और कई में काम शुरू भी हो गया है। पीएम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हमने देखा कि कैसे कोरोना का बार बार बदलता रुप हमारे लिए कितना बड़ा खतरा साबित हो सकता है। इस महामारी ने दुनिया के हर देश, संस्था, समाज, परिवार, इंसान के सामर्थ्य, उसकी सीमा को बार बार परखा है। इस महामारी ने हमें अपनी क्षमताओं का विस्तार करने के लिए सतर्क भी किया है।

कोर्स पूरा होने पर ट्रैनेड वर्कर के तौर पर कर सकेंगे काम

पीएम ने कहा कि देश के हर क्षेत्र के अस्पतालों में पीपई किट, ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स पहुँचाने का काम तेज़ी से हो रहा है। डेढ़ हजार से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम भी युद्ध स्तर पर जारी है। कोर्स पूरा होने के बाद यह लोग तुरंत ही काम के लिए उपलब्ध हो जाएंगे और एक ट्रैनेड वर्कर के तौर पर काम कर सकेंगे जिससे कि वर्तमान व्यवस्था को सहायता होगी। हर राज्य और यूटी के आधार पर देश के विशेषज्ञों ने इस कोर्स को तैयार किया है।हेल्‍थ सेक्‍टर के लोगों ने कोरोना से निपटने के लिए अपनी स्किल को अपग्रेड या वेल्‍यूएड किया है और समय की यही मांग है। जिस तरह से तकनीक जीवन के हर क्षेत्र में प्रवेश कर रही है, हमें अपने को लगातार अपडेट करते रहने की जरूरत है।