बच्चों के रचनात्मक विकास के लिए हुआ “समर कैंप, कमाल का कैंप” का शानदार आयोजन

निघासन/ढखेरवा गर्मी की छुट्टियों को रचनात्मकता, आनंद और सीख से भरने के उद्देश्य से पीएम श्री उच्च प्राथमिक विद्यालय, दुलही रमियाबेहड़ में 21 मई से “समर कैंप, कमाल का कैंप” का भव्य आयोजन किया गया। इस समर कैंप में बच्चों के साथ-साथ उनके अभिभावकों ने भी उत्साहपूर्वक भागीदारी की।

इस विशेष शिविर का उद्देश्य बच्चों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देना था। कैंप में चित्रकला, संगीत, नृत्य, योग, ड्रामा, साइंस फन, हस्तशिल्प, स्पोर्ट्स गेम्स और व्यक्तित्व विकास जैसी विविध गतिविधियाँ आयोजित की गईं। बच्चों ने न सिर्फ नई चीजें सीखीं, बल्कि आत्मविश्वास, अभिव्यक्ति और सहयोग की भावना भी विकसित की।

कैंप के “टैलेंट शो” में बच्चों ने गायन, नृत्य, कविता पाठ, नाटक आदि के माध्यम से अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। वहीं “फन एंड लर्न” वर्कशॉप में साइंस एक्सपेरिमेंट्स, कंप्यूटर लर्निंग, ‘लर्निंग बाय डूइंग’ के तहत बच्चों ने सॉफ्ट टॉयज, बेकार वस्तुओं से खिलौने बनाना, लस्सी, चावल, चाय, पॉपकॉर्न, फिंगर चिप्स बनाना, हाइड्रोपोनिक खेती और ईको क्लब की गतिविधियों में भाग लिया।

शिविर के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी फूलचंद एवं खंड विकास अधिकारी श्रीमती श्रद्धा गुप्ता द्वारा निरीक्षण और अनुश्रवण भी किया गया। उन्होंने कैंप में की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए अनुदेशक केशवराम, कपिल कुमार मौर्य और प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश की प्रशंसा की। इन सभी ने न केवल आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया बल्कि बच्चों को कला, विज्ञान, खेल और कंप्यूटर संबंधी कौशल भी सिखाए।

प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश ने बच्चों को हीट वेव और आपदा से बचाव के उपाय भी सिखाए। साथ ही पानी और अन्य जरूरी व्यवस्थाएं विद्यालय स्तर पर सुनिश्चित की गईं। इस शिविर में पुरातन छात्र भी सक्रिय रूप से जुड़े रहे, जिनमें सत्यवान राजपूत, बिट्टू देवी राजपूत, शिवांगी यादव, नैंसी चक्रवर्ती, सोनी यादव, जितिन कुमार आदि प्रमुख थे।

एजुकेट गर्ल संस्था की रमा सिंह और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि शर्मा अशफाक खान सहित विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष ने भी समय-समय पर बच्चों को बिस्किट, मिठाई, कोल्ड ड्रिंक आदि उपलब्ध कराए।

गांववासियों और अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा विभाग एवं विद्यालय स्टाफ के प्रयासों की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

प्रधानाध्यापक ओमप्रकाश ने कहा—

“हमारा उद्देश्य बच्चों को किताबों की पढ़ाई से परे रचनात्मक कौशल से जोड़ना और उन्हें मंच प्रदान करना था। ‘समर कैंप, कमाल का कैंप’ ने बच्चों के चेहरों पर मुस्कान और आत्मविश्वास की चमक भर दी। यह अनुभव सभी के लिए अविस्मरणीय रहेगा।”