— टेलीकॉम कंपनी के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत, 10 हजार से ज्यादा सिम कार्ड बेचने का खुलासा
लखनऊ/चित्रकूट।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने साइबर अपराधों की जड़ों पर प्रहार करते हुए एक बड़े फर्जी सिम कार्ड गिरोह का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ की साइबर अपराध शाखा ने एक निजी टेलीकॉम कंपनी के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहे इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ करते हुए गिरोह के सरगना सहित कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरोह पर आरोप है कि यह फर्जी पहचान पत्रों के माध्यम से हजारों सिम कार्ड सक्रिय कर उन्हें साइबर अपराधियों को ऊंचे दामों पर बेचता था।
एसटीएफ की टीम ने 15 मई की रात लगभग 11.15 बजे चित्रकूट जिले के राजापुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बरगदी पुरवा में दबिश देकर यह कार्रवाई की। मौके से गिरोह के सरगना ओमप्रकाश अग्रहरि उर्फ टीटू सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपियों में टेलीकॉम कंपनी के सेल्स एजेंट, डिस्ट्रिब्यूटर और फर्जी आधार कार्ड तैयार करने वाला जनसेवा केंद्र संचालक भी शामिल हैं।
बरामदगी
कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने मौके से 31 मोबाइल फोन, 87 फर्जी आधार कार्ड, 514 पहले से एक्टिवेट सिम कार्ड, 561 बिना एक्टिवेट सिम कार्ड, तीन बॉयोमेट्रिक स्कैनर, एक सीपीयू और नकद 7250 रुपये बरामद किए।
गिरोह का तरीका
एसटीएफ अधिकारियों के अनुसार गिरोह के सदस्य फर्जी पीओएस एजेंट बनाकर दूरसंचार कंपनियों की आईडी और ओटीपी का दुरुपयोग करते थे। ये लोग एक ही पहचान पत्र पर दो सिम कार्ड सक्रिय करते—एक सिम वास्तविक ग्राहक को और दूसरी सिम खुद रख लेते। यही अतिरिक्त सिम कार्ड बाद में साइबर ठगों को बेच दिए जाते थे, जिन्हें वे डिजिटल अरेस्ट, पार्सल स्कैम, स्टॉक फ्रॉड जैसे मामलों में इस्तेमाल करते थे।
गिरफ्तार अभियुक्त सुरेन्द्र सिंह अपने जनसेवा केंद्र में फर्जी आधार कार्ड बनाता था और ओमप्रकाश अग्रहरि उर्फ टीटू उसे हर फर्जी आईडी के बदले भुगतान करता था। यह पूरा नेटवर्क पिछले दो वर्षों से सक्रिय था और अब तक लगभग दस हजार से अधिक फर्जी सिम कार्ड बेच चुका था।
एसटीएफ की सतर्कता
एसटीएफ को इस नेटवर्क की सूचना कई साइबर अपराधों में एक ही तरह के सिम कार्ड की पहचान से मिली। अपर पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह के पर्यवेक्षण में साइबर अपराध शाखा की टीम ने गहन जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और सर्विलांस के जरिए जब पुख्ता साक्ष्य मिले, तब जाकर यह कार्रवाई की गई।
आगे की कार्रवाई
गिरोह द्वारा उपयोग किए गए सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है और फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। एसटीएफ अब इस गिरोह के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश कर रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह के तार देशभर में फैले हुए हैं।