नई दिल्ली: उड़ने वाली कार अब हकीकत बन चुकी है. यूरोप में इस कार को चलाने की मंजूरी मिल गई है। इस कार को डच कंपनी नाम PAL (पर्सनल एयर लैंड व्हीकल) ने बनाया है. कंपनी का दावा है कि फ्लाइंग कार PAL-V Liberty दुनिया की पहली प्रोडक्शन मॉडल फ्लाइंग कार है.
यूरोप की सड़कों पर फ्लाइंग कार
यूरोपियन रोड कमीशन के ट्रायल में ये कार पास हो गई है, जिसके बाद यूरोपियन रोड कमीशन ने लाइसेंस प्लेट के साथ इस कार को चलाने की मंजूरी दे दी है. हालांकि अभी इसे आसमान में उड़ाने की इजाजत नहीं मिली है, क्योंकि इसके लिए यूरोपियन एविएशन सेफ्टी एजेंसी से मंजूरी लेनी होगी.
कई कड़े टेस्ट से गुजरी फ्लाइंग कार
PAL-V कंपनी का दावा है कि आसमान में उड़ने के लिए इसे 2022 तक मंजूरी मिल जाएगी. इस कार का निर्माण करने वाली कंपनी ने 2012 में इसका प्रोटोटाइप बनाया था. अब 2020 में जाकर इस कार को चलाने की मंजूरी मिली है. इस कार को मंजूरी से पहले कड़ी सुरक्षा प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा है. फरवरी 2020 से ही इस कार को लेकर कई टेस्ट प्रोग्राम किए गए. इसमें स्पीड, ब्रेक और ध्वनि प्रदूषण जैसे पैमानों पर इस परखा गया.
दिखने में ये किसी सुपरकार की तरह दिखती है. PAL-V Liberty एक थ्री व्हीलर कार है. इसके दो फायदे हैं. पहला, यूरोप में 4 व्हीलर के मुकाबले 3 व्हीलर का लाइसेंस पाना ज्यादा आसान है और दूसरा उड़ने के लिहाज से इसका वजन भी कम रहता है. ये कार सड़क पर 160 किलोमीटर की अधिकतम स्पीड से चल सकती है. साथ ही सिर्फ सेकेंड में ये 0-100 किलोमीटर की स्पीड पकड़ सकती है.
ये फ्लाइंग कार महज 1000 फीट लंबे रनवे पर दौड़कर उड़ान भर सकती है. ये 11480 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती है. इसमें 100 लीटर का फ्यूल टैंक दिया हुआ है, जिससे 4.3 घंटे तक हवाई यात्रा की जा सकती है.