पटना : जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दो दिवसीय बैठक के अंत में पार्टी का कमान सीएम नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय संगठन महासचिव रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह को सौंप दिया. मुख्यमंत्री के प्रस्ताव को सर्वसम्मति से मान लिया गया और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को मनोनित कर दिया गया. राष्ट्रीय अध्यक्ष को जिम्मेदारी सौंपने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने नेताओं से रुबरु हुए
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कही ये बातें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी के संगठन के विस्तार के साथ कई मसलों पर चर्चा हुई है. सोशल मीडिया के माध्यम से सकारात्मक के साथ नकारात्मक बातें भी होती हैं. हमलोग को जैसे संगठन का विस्तार करना चाहिए था नही कर पाए हैं .
हम पार्टी के काम में लगे थे मगर हम पार्टी के काम पर ध्यान नही दे पा रहे थे.जहां तक पद का सवाल है आप लोग परेशान ना हों,हम कहाँ जाएंगे ,हमने पद छोड़ा नही है बल्कि पार्टी को मजबूत करने के लिए ये फैसला लिया है . रामचन्द्र बाबू लगे रहते है पार्टी के लिए दिन रात इसलिए उनको ऑफर किया मैंने.पार्टी को आगे क्यों नही बढ़ा सकते,काम नए अध्यक्ष करेंगे मगर मुझसे जो भी विचार पार्टी के लिए चहियेगा हम हैं.ये काम मैंने जानबूझ कर किये ताकि हम और आपके लिए काम कर सकें. मन को बुलंद रखिये.
अरुणाचल प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रम के बाद जदयू के शीर्ष नेतृत्व ने बीजेपी के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया है. कल तक बिल्कुल चुप्पी साधे नीतीश ने बीजेपी के खिलाफ जोरदार बयान देते हुए कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव के परिणाम के बाद हमने कह दिया था कि सीएम बनने की चाहत मुझमें नहीं है, बीजेपी अपनी सीएम बनाए. हम सहयोग करेंगे.
इशारों इशारों में नीतीश कुमार ने कहा अरुणाचल में 7 में से 6 विधायक कोई मिला लिया,क्या कर सकते हैं. समाज में अनेक लोग नफरत का माहौल पैदा कर रहे हैं. अपने मुख्यमंत्री पद संभालने पर नीतीश ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने की एक पैसा इच्छा नही थी,फिर सोचा कि बिहार की सेवा करनी है तो करते हैं. वैसे हमने तो कह दिया था कि बीजेपी का ही मुख्यमंत्री बने.अंत में नीतीश ने अपने नेताओं को दी नसीहत और कहा सोशल मीडिया के माध्यम से अच्छी बात प्रचारित कीजिये,थोड़ा वक़्त लगेगा लेकिन सबकुछ ठीक होगा.