नई दिल्ली। म्यांमार में तख्तापलट से देश में डर का माहौल बना हुआ है। सेना की हिंसा बढ़ती जा रही है, उनके द्वारा की जा रही क्रूरता की घटनाएं हर दिन सामने आ रही हैं। ऐसे में एक घटना सामने आई है जहां एक सात साल की बच्ची पर सुरक्षाबलों ने की ओपन फायरिंग कर दी। यह बच्ची प्रदर्शनकारियों पर की गई कार्रवाई में मारी जाने वाली सबसे छोटी पीड़िता है। वही सेना ने आरोप लगाया है कि प्रदर्शनकारी हिंसा कर रहे हैं और उन्होंने यह दावा भी किया है कि कम से कम बल प्रयोग की कोशिश की जा रही है। सैन्य सरकार के प्रवक्ता के अनुसार “अब तक 164 लोगों की जान गई है और दुख भी जताया है लेकिन कार्यकर्ताओं का कहना है कि कम से कम 261 लोगों की मौत हो गई है।”
निशाने पर बच्ची के पिता थे
रॉयटर्स को अधिकारियों ने बताया कि एक सात साल की बच्ची की गोली लगने से मौत हो गई। दरअसल, निशाने पर बच्ची के पिता थे , लेकिन गोली बच्ची को लग गई। इसके अलावा चान म्या थाजी शहर में और दो लोगों को मारा गया । अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा सैन्य सरकार की कड़ी निंदा की है।
सेना का दावा दोबारा किए जाएंगे चुनाव
बता दे कि सरकार ने दावा किया है कि नवंबर में जो आंग सान सू ची ने चुनाव जीते, वे फर्जी थे। सेना ने यह भी दावा किया है कि चुनाव दोबारा कराए जाएंगे लेकिन इसकी अभी कोई तारीख नहीं दी है और देश में आपातकाल लागू कर दिया गया है।