परिवारवाद की राजनीति का लगा आरोप
नई दिल्ली।देश में कई राजनीतिक दल ऐसे हैं जो अक्सर जिनमें परिवारवाद है लेकिन अब अन्य दलों की तरह वामपंथ पर भी परिवारवाद हावी हो रहा है। इसी के साथ पार्टी के अंदर आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो रहा है और देखने को मिल रहा है कि केरल में पार्टी एक व्यक्ति पर केंद्रित है जिसके फैसलों पर कोई सवाल भी नहीं उठा सकता।
दामाद को मंत्री बनाकर घिरे
अभी हाल ही में विधानसभा चुनाव में लगातार दूसरी जीत के बाद सत्ता में आकर वामपंथी दलों ने भले ही एक नया रिकॉर्ड बनाया है। लेकिन दोबारा मुख्यमंत्री बनने पर पिनराई विजयन अपने दामाद पीए मोहम्मद रियाज को मंत्री बनाकर घिर गए हैं।
इस फैसले से दल के भीतर नाराजगी
अपने पिछले कार्यकाल में सफल रही स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा को दोबारा मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई। इन दोनों फैसलों को लेकर लोगों ने उन्हें सोशल मीडिया पर तो घेरा ही इसके साथ ही पार्टी के भीतर भी कई मंत्री उनके इस फैसले पर नाराजगी जता रहे हैं।
राजनीतिक मूल्यों के विरुद्ध
इस मामले में पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह वामंपथी राजनीतिक मूल्यों के विरुद्ध है कि एक मुख्यमंत्री अपने दामाद को मंत्रिंमडल में शामिल करे। इस बात से साबित हो रहा है कि परिवारवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।