राहत-बचाव कार्य जारी, सामुदायिक रसोई से सैकड़ो को मिल रही रोटी
नई दिल्ली। चक्रवात ‘यास’ के बाद भारतीय नौसेना ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तीसरे दिन भी राहत अभियान जारी रखा है। बंगाल के प्रभावित इलाकों में नौसेना की 7 टीमें बचाव और राहत कार्यों में लगी हैं। इसी तरह ओडिशा में भद्रक जिले के लोगों के लिए 4 जहाज राहत सामग्री लेकर धामरा लंगरगाह पहुंचे, जहां तूफान ने लैंडफाल किया था। जलजमाव से सबसे ज्यादा प्रभावित बालासोर जिले में नौसेना आपदा राहत दल ने सामुदायिक रसोई शुरू करके करीब 700 लोगों को भोजन वितरित किया है।
हेलीकॉप्टरों से भोजन किया गया ‘एयर ड्रॉप’
नौसेना ने प्रभावित इलाकों में शुक्रवार को भोजन के पैकेट ‘एयर ड्रॉप’ करने के लिए हेलीकॉप्टरों को लगाया है। इन हेलीकॉप्टरों ने राहत टीम को वितरण के लिए तैयार 100 खाद्य सामग्री के पैकेट और 300 सूखे राशन के पैकेट ’एयर ड्रॉप’ किये हैं।
बंगाल, ओडिशा में राहत बचाव कार्य जारी
पश्चिम बंगाल में आईएनएस नेताजी सुभाष के राहत नियंत्रण केंद्र ने राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन से समन्वय किया है। राज्य के सबसे अत्यधिक जलमग्न निचले तटीय इलाके दीघा और फ्रेजरगंज में नौसेना ने अपने राहत और बचाव कार्यों को केंद्रित किया है। यहां दो डाइविंग और पांच बाढ़ राहत टीमों के साथ भारतीय नौसेना राहत गतिविधियों को अंजाम दे रही है।
सड़कें साफ करने में जुटी राहत टीम
भारी बारिश और खराब मौसम के बावजूद फ्रेजरगंज से लगभग 30 किलोमीटर दूर नारायणपुर गांव में गुरुवार को एक बाढ़ राहत टीम तैनात की गई है। इस टीम को एक पलटी हुई नाव के बचे लोगों की तलाश करने के लिए लगाया गया है। एक अन्य बाढ़ राहत टीम ने दीघा जिले के आसपास के गांवों जैसे खादलगोबरा, अलंकारपुर आदि में सड़कें साफ करने का काम किया और कुछ जरूरतमंद लोगों को सहायता वितरित की।
700 लोगों के लिए तैयार हो रहा भोजन
भारतीय नौसेना ने ओडिशा के बालासोर में चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों में राहत अभियान जारी रखा है। नौसेना आपदा राहत दल ने जलजमाव से सबसे ज्यादा प्रभावित बालासोर जिले के सदर ब्लॉक में परीखी गांव के आसपास के क्षेत्र में राहत गतिविधियों को अंजाम दिया है। एचएडीआर नौसेना टीम ने इसी गांव के बहुउद्देशीय चक्रवात आश्रय में एक सामुदायिक रसोई की स्थापना की है। इस रसोई में 700 लोगों के लिए भोजन तैयार करके आसपास के गांव बुधिगड़िया, नंदाचक, बौलबेनी की मछुआरे कॉलोनियों में वितरित किया गया। इस सामुदायिक रसोई से प्रभावित लोगों को संकट के समय काफी मदद मिली है जिसके लिए ग्रामीणों ने नौसेना का आभार व्यक्त किया है।