नई दिल्ली। कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने पूरे देश में तबाही मचा दी थी। लहर ने राज्यों की स्वाथय व्यवस्था की पोल खोल कर रख गी थी। देश में ऑकसीजन और दवा की कमी के कारण कई मौतें भी हुईं । ईंडिया टुडे द्वारा दायर की गई आरटीई का जवाब देते हुए भारत स्वास्थ्य प्राधिकरण ने बताया है कि बिहार में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के तहत केवल 19 लोगों का इलाज हुआ है।
देश के अन्य राज्यों का हाल
अन्य राज्यों की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में 875 और झारखंड में 1419 मराजों का इस योजना के तहत इलाज किया गया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हालात बेहतर देखने को मिलें हैं। इन सभी राज्यों में 1.50 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत हो चुका है। तो वहीं पंजाब, गुजरात और दमन में एक भी मरीज को इस योजना का लाभ नहीं मिला है।
एक लाभार्थी परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज
आपको बता दें कि आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत साल 2018 में की गई थी। आयुष्मान भारत दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जिसका उद्देश्य प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं को 50 करोड़ से भी अधिक गरीब और वंचित परिवारों को मुहैया करावाना था।
कोरोना संक्रमण के कम होते मामले
भारत में फिलहाल कोरोना के नए मामलों में कमी आई है। आंकङों की बात करें तो, बुधवार सुबह जारी किए गए आंकङों के अनुसार भारत में एक दिन में कोरोना संक्रमण के 62,224 नए मामले सामने आए हैं और मृतकों की संख्या 2,542 है।