मानसून में हरी सब्जियों से करें परहेज

नई दिल्ली। बड़े बुजुर्ग कहते है कि सावन में हरी सब्जियां नहीं खानी चाहिए। लेकिन क्या आप जानते है कि इसके पीछे वजह क्या है वो ऐसा क्यों कहते है? तो चलिए हम आपको बताते है बरसात में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है इस मौसम में आपको खान- पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ती है।

जानें क्यों नहीं खाना चाहिए हरी सब्जियां

बरसात में पालक, मेथी, बथुआ, बैंगन, गोभी, पत्ता गोभी जैसी सब्जियां खाने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि इस मौसम में हरी सब्जियों पर बेहद बारीक से कीड़े हो जाते है, पालक, पत्ते गोभी पर छोटे छोटे कीड़े हो जाते है। कई बार वो हरे होने के कारण दिखाई तक नहीं देते है। इस मौसम में सबसे ज्यादा कीड़े होते है बैंगन पर इसलिए बैंगन खाने से अधिक परहेज करना चाहिए।

आखिर क्यों लगते है मानसून में सब्जियों पर कीड़े

बरसात के मौसम में सूरज की रोशनी कम होती है, जिसके कारण बैक्टीरिया का विकास होता है। सब्जियों के खेतों से टूटने के बाद सब्जी मंडी और फिर बाजार से आपके किचन तक पहुंचने में उनकी स्वच्छता पर ध्यान नहीं दिया जाता है। ऐसे में जरा सी चूक आपको बीमार कर सकती है। यदि इनकी सफाई ठीक से नहीं की गई तो यह पेट में पहुंचकर लूज मोशन, पेट दर्द, ऐंठन, डायरिया, कालरा, उल्टी, डिहाइड्रेशन, जैसी बीमारियों का कारण बनती हैं।

मानसून में हेल्दी रहने के टिप्स

विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून के मौसम में हेल्‍दी रहने के लिए अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली को ठीक रखना बहुत जरूरी है और इसके लिए संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। अगर आप हरी सब्जी खाना चाहते है तो उसे गर्म पानी में धो कर फिर बनाए। सब्जियों को फ्रिज में ज्यादा देर तक ना रखें। साथ ही बाहर की तली भुनी चीजें खाने से बचें।