सड़क पर साइकिल से संसद तक का सफर
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामले को लेकर कार्यवाही बाधित होने और संसद में विरोध प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार सुबह विपक्षी नेताओं को नाश्ते पर बुलाया था। इस हफ्ते की यह ऐसी दूसरी बैठक रही। नाश्ते के बाद राहुल गांधी अन्य नेताओं के साथ साइकिल पर संसद के लिए रवाना हुए थे। इससे पहले राहुल किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर लेकर संसद पहुंचे थे। शिवसेना, एनसीपी, आरजेडी और सीपीआई समेत कई नेताओं ने राहुल गांधी की मीटिंग में हिस्सा लिए और फिर एक साथ ही संसद के लिए निकले। संसद के बाहर मॉक पार्लियामेंट लगाने के विकल्प पर भी इस बैठक में चर्चा की गई।
विपक्ष के तौर पर एकजुट रहने की मांग
इस मीटिंग के दौरान उन्होंने सभी विपक्षी गलों से एकजुट होने की मांग की। उन्होंने कहा कि यदि हम लोग विपक्ष के तौर पर एकजुट रहेंगे तो फिर आरएसएस और बीजेपी हम लोगों की आवाज को दबा नहीं सकेंगे। राहुल ने कहा, ‘साइकिल से संसद पहुंचकर हम हम इस मुद्दे पर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं।’ इस दौरान कुछ अन्य नेता भी साइकिल पर सवारी करते नजर आए।
तमाम विपक्षी दलों ने लिए हिस्सा
इस बैठक में पेगासस जासूसी कांड पर साझा रणनीति बनाई गई। दरअसल, पेगासस के मुद्दे पर मॉनसून सत्र नहीं चल पा रहा है। सरकार विपक्ष पर आरोप लगा रही है, जबकि विपक्ष का कहना है कि सरकार अहम मसलों पर बहस के लिए तैयार नहीं है। इस दौरान कुछ अन्य नेता भी साइकिल पर सवारी करते नजर आए।तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, शिवसेना के संजय राउत और डीएमके की कनिमोझी उन नेताओं में शामिल थीं जिन्होंने विपक्ष की इस मीटिंग में हिस्सा लिया। हालांकि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी और मायावती की बसपा ने इस बैठक में दूरी बनाए रखी। ‘आप’ नेता संजय सिंह का कहना है कि बैठक में जाना या नहीं जाना महत्वपूर्ण नहीं। संसद में जब भी चर्चा होगी, हम किसानों के साथ और जासूसी के खिलाफ खड़े हैं।