नई दिल्ली। हिमाचल के किन्नौर जिले में निगुलसारी के पास एक राजमार्ग पर चट्टानों की भूस्लखान हुई। बुधवार को एक राजमार्ग पर 24 यात्रियों को ले जा रही एक बस सहित कई वाहनों के भूस्खलन की चपेट में आने से कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य के मलबे में दबे होने की आशंका है।
बचाव कार्य हुआ बाधित
भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की टीम, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) एंव राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) साथ मिलकर बचाव कार्य में लगे हैं। लेकिन अधिकारियों ने कहा कि वह कार्य लगातार चट्टानों के गिरने से बाधित है।
भूस्खलन के चश्मदीद गवाह
अधिकारियों ने चश्मदीद गवाहों के हवाले से बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12.45 बजे किन्नौर से शिमला तक एनएच-5 पर पहाड़ की तरफ से बड़े-बड़े पत्थर गिरने लगे। उन्होंने बताया कि राज्य परिवहन की बस के चालक महिंदर पाल और कंडक्टर गुलाब सिंह समेत कम से कम 13 लोगों को बचा लिया गया है। फिलहाल उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया है।
किन्नौर के विधायक का भूस्खलन पर विवरण
किन्नौर के विधायक जेएस नेगी ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि, “निगुलसारी के पास भूस्खलन की घटना हुई है। वहां एक बस मलबे के नीचे दब गई है। कुछ कारों और एक ट्रक के फंसे होने की आशंका है। बस चालक और एक अन्य व्यक्ति को बचाया गया है। आईटीबीपी की बचाव टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। लेकिन बोल्डर गिरने के कारण राहत कार्य बाधित हुआ है।”