नई दिल्ली। भारतीय बाज़ार में जितनी डिमांड नई गाड़ियों की है, उतना ही सेकेंड हैंड कारों को भी खरीदा जाता है। मारुति सुजुकी स्विफ्ट एक ऐसी ही कार है, जिसकी मांग दोनों बाजार में काफी ज्यादा है। बड़ी संख्या में लोग पुरानी मारुति सुजुकी स्विफ्ट खरीदते हैं। यह पॉप्युलर हैचबैक कार है, जिसका मेंटेनेंस खर्च कम और रिसेल वैल्यु शानदार है। अगर आप भी पुरानी स्विफ्ट खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको 5 जरूरी बातें का ख्याल रखना होगा।
टचस्क्रीन को करें ठीक से चेक
कार के टॉप वेरिएंट में आपको टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम मिलता है। अगर आप भी टॉप वेरिएंट ले रहे हैं तब ध्यान रखें कि टचस्क्रीन ठीक से काम कर रही हो। कई ग्राहकों ने इस बात की शिकायत की है कि उनका टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम क्रैश हो गया।
केबिन में वाइब्रेशन
जब पुरानी स्विफ्ट की टेस्ट ड्राइव ले रहे हों, तब ध्यान से केबिन में वाइब्रेशन या खड़खड़ की आवाज को ध्यान से सुने। कुछ खरीदारों ने कार के पुराने होने पर इंटीरियर पैनल और बटन ढीले होने की शिकायत की है।
एएमटी गियरबॉक्स
मारुति सुजुकी स्विफ्ट 5-स्पीड मैनुअल और एएमटी ऑटो गियरबॉक्स के साथ आता है। एएमटी गियरबॉक्स वाला वेरिएंट लेते समय एक जरूर चेक कर लें कि गियरशिफ्ट स्मूद तरीके से हो रहे हैं या नहीं। अगर आपको क्विक रेस्पॉन्स ज्यादा पसंद है, तब मैनुअल ट्रांसमिशन बेहतर रहेगा।
यह जानना भी जरूरी
बता दें कि एयरबैग कंट्रोलर यूनिट में खराबी के चलते मारुति सुजुकी ने 7 मई से 5 जुलाई, 2018 के बीच बनाई गई 566 स्विफ्ट मॉडल को रिकॉल किया था। अगर आप जिस मॉडल को देख रहे हैं, वह इसी दौरान का है, तो यह जरूर पता कर लें कि इस समस्या को ठीक कर दिया गया है या नहीं। अगर ठीक नहीं किया है, तो इसे एक मारुति डीलरशिप पर ले जाएं, जहां पार्ट को मुफ्त में बदल दिया जाएगा।
कितना खर्च करें
मारुति सुजुकी स्विफ्ट के थर्ड-जेन मॉडल की डिमांड सबसे ज्यादा है, जिसे साल 2018 में लॉन्च किया गया था। इसमें आपको 1.2 लीटर पेट्रोल और 1.3 लीटर डीजल इंजन के ऑप्शन मिल जाते हैं। अच्छी कंडिशन वाली मारुति स्विफ्ट आपको 5 से 7 लाख के बीच मिल जाएगी। पुराने मॉडल पर इससे ज्यादा खर्च करना समझदारी नहीं होगी