4 जुलाई से थे अस्पताल में भर्ती
नई दिल्ली। राजनीतिक गलियारों से बेहद दुखद ख़बर निकल कर आई है। दरअसल शनिवार रात उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह का निधन हो गया है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से उनकी तबियत ख़राब थी। जिसके चलते उन्हें 4 जुलाई से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बताना होगा कि दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंंत्री व राजस्थान, हिमांचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह ने लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में आखिरी सांस ली। जहां वह आईसीयू में भर्ती थे।
शाम को थी हालत नाज़ुक
शनिवार शाम को उनकी हालत फिर से बिगड़ गई थी। उनका डायलिसिस किया जा रहा था। डॉक्टर ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की कोशिश में जुटे थे। बताया जा रहा है कि, कल्याण सिंह की बिगड़ी सेहत की खबर पाकर सीएम योगी गोरखपुर का दौरा रद्द करके पीजीआई पहुंचे थे। 24 घंटे के भीतर यह दूसरी बार था जब सीएम योगी पूर्व सीएम का हालचाल जानने पहुंचे थे।
भाजपा के कद्दावर नेताओं में थे शामिल
कल्याण सिंह भाजपा के कद्दावर नेताओं में से एक थे। कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और अतरौली के विधानसभा के सदस्य थे। वह बुलंदशहर तथा एटा से लोकसभा सदस्य भी रहने के साथ राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रहे। राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल समाप्त करने के बाद कल्याण सिंह ने लखनऊ में आकर एक बार फिर से भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद दे दिया था इस्तीफा
पहली बार कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्ष 1991 में बने। लेकिन यह सरकार अपने पूरे कार्यकाल तक नहीं टिक पाई। क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के डेढ़ साल बाद ही 6 दिसंबर 1992 को बाबरी विध्वंस हुआ और कहा जाता है कि कार सेवकों के समर्थन में और अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया। लेकिन साल वर्ष 1997 में कल्याण सिंह फिर से सत्ता में लौटे और एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।