पर्यावरण संरक्षण भारत के लिए प्रतिबद्धता है, मजबूरी नहीं – प्रधानमंत्री मोदी
भारत में जैव ईंधन के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता – केन्द्रीय मंत्री गडकरी
विवेकानंद सस्टेनेबिलिटी सम्मिट 2023 में सतत विकास व पर्यावरण पर गहन मंथन हुआ – राजेश सर्वज्ञ
नई दिल्ली, : विवेकानन्द यूथ कनेक्ट द्वारा विवेकानंद सस्टेनेबिलिटी सम्मिट के द्वितीय संस्करण के अन्तर्गत कांफ्रेंस, एक्सपो एवं पुरुस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपद मार्ग, नई दिल्ली में आयोजित हुआ ।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विवेकानंद यूथ कनैक्ट द्वारा आयोजित विवेकानंद सस्टेनेबिलिटी सम्मिट 2023 के लिए अपने संदेश में कहा कि पर्यावरण आज केवल एक वैश्विक मुद्दा नहीं है बल्कि प्रत्येक व्यक्ति के लिए एक व्यक्तिगत और समूहिक ज़िम्मेदारी भी है। मोदी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण भारत के लिए प्रतिबद्धता है, कोई मजबूरी नहीं है । प्रधानमंत्री ने पर्यावरण के अनुकूल और सतत विकास के कार्यों में जुटी विवेकानंद यूथ कनैक्ट की सराहना की ।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने विवेकानंद सस्टेनेबिलिटी सम्मिट 2023 के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश को अपना परिवहन उद्योग जल्द कार्बन-मुक्त करने की जरूरत है क्योंकि भारत के पास जैव ईंधन के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार जैव ईंधन के उत्पादन और इसके चारों ओर एक स्थायी परिवेश के निर्माण के लिए नीतिगत ढांचे को प्रोत्साहित कर रही है।
केन्द्रीय मंत्री श्री गडकरी ने इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले संस्थान अहिंसा विश्व भारती संस्था को विवेकानंद सस्टेनेबिलिटी अवार्ड 2023 से सम्मानित किया
विश्व शांतिदूत आचार्य लोकेशजी ने कहा कि अहिंसा विश्व भारती पिछले 17 वर्षों से पर्यावरण के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रही है, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण प्रदूषण आज विश्व की सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होने कहा कि पुरस्कार से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में और अधिक कार्य करने का दायित्व बढ़ गया है। उन्होने यह पुरस्कार कार्यकर्ताओं को समर्पित करते हुए उन्हें पूरे उत्साह के साथ इस चौनौती से निपटने के लिए प्रोत्साहित किया।
विवेकानंद यूथ कनैक्ट के संस्थापक डॉ राजेश सर्वज्ञ ने कहा कि यह कार्यक्रम शाश्वत विकास (Sustainability Development) के विषय पर आयोजित किया गया है, जिसमें ग्रीन हाइड्रोजन, हिमालयी स्थिरता और भारतीय उपमहाद्वीप पर उसका प्रभाव, EV रिवोल्यूशन, कचरे से धन, खाद्य सुरक्षा, शाश्वत कृषि, ई-वेस्ट, आध्यात्म और पर्यावरण,जलवायु परिवर्तन, युवाओं का पर्यावरण संरक्षण में योगदान जैसे विषयों पर देश भर से आये हुए पर्यावरणविदों, विद्यार्थियों, प्रबुद्धजनों, आध्यात्मिक, वैज्ञानिक, विशेषज्ञ, राजनैतिक एवं सामाजिक क्षेत्र से सम्बंधित लोगो के साथ सार्थक परिचर्चा हुई। उन्होने बताया कि इसी क्रम में पूज्य स्वामी जी पूज्य आचार्य जी एवं अन्य संस्थाओं में स्विच मोबिलिटी लिमिटेड, डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मेमोरियल (इंदु मिल, दादर) शशि प्रभु एंड एसोसिएट्स, एच.ई. फ्रेडी स्वेन (राजदूत रॉयल डेनिश दूतावास),श्री बाबू लाल छीपा-श्रीमती भंवरी देवी, श्री सोनम वांगचुक (लद्दाख), डॉ नरहरि बांगर (आईएएस),श्रीमती बीना लवानिया, एनडीएमसी, हंस राज कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय), ऋषिहुड विश्वविद्यालय (सोनीपत, हरियाणा), डीएवी पब्लिक स्कूल (पुष्पांजलि एन्क्लेव), दिल्ली पब्लिक स्कूल (ग्रेटर फरीदाबाद) एवं एबीआईआर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स लि. को भी सम्मानित किया।