Plane Crash: Air India के हालिया विमान हादसे को लेकर Wall Street Journal और कुछ अन्य अमेरिकी मीडिया संस्थानों ने दावा किया था कि प्लेन के क्रैश के लिए पायलट जिम्मेदार थे। वही अमेरिकी राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) की प्रमुख जेनिफर होमेंडी ने बयान जारी किया, जिसमें कहा गया—AAIB ने भी Wall Street Journal की रिपोर्ट पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा—अभी कोई निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी।
Plane Crash: हादसे पर अमेरिकी मीडिया ने सुनाया फैसला!
शुरुआती रिपोर्ट केवल यह बताने के लिए होती है कि क्या हुआ — क्यों हुआ, इसका पता लगाने में समय लगता है।
संयम बरतना ज़रूरी है,…. हम अभी जांच के शुरुआती चरण में हैं। हालिया मीडिया रिपोर्ट्स समय से पहले और अटकलों पर आधारित हैं।
इतनी बड़ी जांच को पूरा करने में वक्त लगता है।
हम भारतीय जांच एजेंसी AAIB की प्रक्रिया और सार्वजनिक अपील का समर्थन करते हैं।
एएआईबी ने वॉल स्ट्रील जर्नल की आलोचना करते हुए कहा था कि अभी कोई भी नतीजा निकालना जल्दबाजी होगी और विमान दुर्घटना की जांच अभी भी जारी है। जांच ब्यूरो ने आगे कहा कि उसके शुरुआती निष्कर्ष केवल यह बताने के लिए हैं कि क्या हुआ था? अभी संयम बरतने की जरूरत है।
वॉल स्ट्रीट जर्नल दावा किया कि वॉयस रिकॉर्डिंग से पता चलता है कि बोइंग विमान उड़ा रहे को-पायलट कुंदर ने सुमीत सभरवाल से पूछा, “आपने फ्यूल स्विच को कटऑफ पोजिशन में क्यों कर दिया?” सवाल करते समय कुंदर परेशान थे, जबकि पायलट सुमीत शांत थे।
प्लेन हादसों की जांच बेहद तकनीकी, जटिल और समय लेने वाली होती है। ब्लैक बॉक्स डेटा, वॉयस रिकॉर्डिंग, मौसम, फ्यूल सिस्टम, कंट्रोल टॉवर कम्युनिकेशन — सबका विश्लेषण होता है।
ऐसे में मीडिया द्वारा किसी एक क्लिप या सूत्र के आधार पर पूरी कहानी गढ़ देना — सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना नहीं, बल्कि
‘मीडिया ट्रायल’ की खतरनाक मिसाल है।
कहते हैं — ‘सच तक पहुंचने के लिए इंतज़ार और समझ दोनों चाहिए’।
लेकिन जब मीडिया ‘जांच’ से पहले ‘फैसले’ सुनाने लगे, तो न केवल इंसाफ खतरे में पड़ता है,
बल्कि विश्वास भी डगमगाने लगता है।
NTSB और AAIB दोनों की अपील एक ही है — संयम रखिए, जांच पूरी होने दीजिए।
हम भी आपको हर अपडेट निष्पक्ष रूप से देंगे — लेकिन तथ्यों के आधार पर, अटकलों पर नहीं।
- सलेमपुर नगर पंचायत पर अवैध वसूली का आरोप, रेलवे जमीन की दुकान से जबरन वसूला गया सफाई शुल्क!
- कानपुर-झांसी हाइवे पर ट्रक चालक रक्त रंजीत अवस्था में मिला, गोली लगने की आशंका, हालत गंभीर
- फिर बना किसानों का सहारा ‘ओम फर्टिलाइज़र’, उचित दर पर यूरिया वितरण से मिली राहत
- हैदराबाद-नीमगांव बॉर्डर पर नहीं बना पुलिस सहायता केंद्र, कांवड़ श्रद्धालु हो रहे परेशान
- कोरैया में रैली से गूंजा जागरूकता का संदेश, बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर ग्रामीणों को किया गया प्रेरित