अमर भारती : अकसर हम लोग कहीं से आते-जाते या लंबे सफर में बोतल बंद पानी खरीदते हैं और हमें लगता है कि हम स्वच्छ पेय जल का सेवन कर रहें हैं पर क्या आपको पता है कि आप जो बोतल बंद पानी दुकानों से खरीदते हैं, उसमें कितनी मात्रा में प्लास्टिक होता है ?
जी हां,हाल ही के एक शोध में यह बताया गया है कि प्रतिदिन विभिन्न माध्यमों से 39000 से 52000 माइक्रो प्लास्टिक के कण हमारे शरीर में घुल रहे हैं, और इसका सबसे बड़ा माध्यम प्लास्टिक को बॉटल हैं।
इस पर रिसर्चर ‘‘किरेन कॉक्स’’ का कहना है कि उन्होंने स्टडी रिपोर्ट्स में जो भी तथ्य दिए हैं स्थिति उससे भी कहीं ज्यादा गंभीर हो सकती है,साथ ही आशंका जताई है कि लोग विभिन्न माध्यमों से उनकी ओर से दिए गए आकड़ों से भी ज्यादा प्लास्टिक निगलते हैं।
दरअसल,हमारे शरीर में कई माध्यमों से प्लास्टिक के कण पहुंच रहे हैं। सीफूड खाते हुए, सांस लेते समय और खाना खाते समय भी प्लास्टिक हमारे शरीर में पहुंच रहा है।
इससे बचने के लिए कॉक्स का कहना है कि हमेशा बॉटल बंद पानी की जगह सप्लाई के पानी का उपयोग करें। खाने में उन पदार्थों का उपभोग करें, जिसमें कम मात्रा मे माइक्रोप्लास्टिक्स की मौजूदगी हो। इससे प्लास्टिक के उपभोग की मात्रा खत्म तो नहीं की जा सकती लेकिन कम जरूर की जा सकती है।
रिर्पोट-कंचन शर्मा
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