अमर भारती : देश में लागू मोटर वाहन अधिनियम में संशोधन के बाद जुर्माना बढ़ाए जाने के विरेध में दिल्ली-एनसीआर के ट्रांसपोर्टरों ने जंतर मंतर पर जमकर प्रदर्शन किया।
बता दें कि इस दौरान उन्होंने थर्ड पार्टी क्लेम के लिए 5 लाख रुपये तय करने, आयकर में 25 गुना बढ़ोत्तरी के आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि मांगों पर सुनवाई नहीं हुई तो वे 19 सितंबर को पूरी दिल्ली में चक्का जाम करेंगे। प्रदर्शन के बाद ट्रांसपोर्टरों का एक प्रतिनिधिमंडल मंत्रालय के अधिकारियों से मिला।
इससे पहले सोमवार के दिन दिल्ली-एनसीआर के ट्रांसपोर्टर जंतर-मंतर पर इकट्ठा हुए। यूएफटीए के चेयरमैन डॉ. सतीश सभरवाल ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों की हालत ऐसी है कि वे कारोबार बंद करने पर मजबूर है।
गौरतलब है कि अगर उनकी मांगों पर जल्द सुनवाई नहीं हुई तो आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो जाएगी कि कारोबार को छोड़ने वालों की तादाद और बढ़ जाएगी। इस दौरान, दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के राजेंद्र सोनी ने कहा कि ट्रांसपोर्टरों पर नए मोटर वाहन अधिनियम से नया बोझ थोप दिया गया है। ऐसे में अब काम करना काफी मुशकील हो रहा है।