मामले की जानकारी देते हुए आईजी नवीन कुमार ने बताया कि विभिन्न डिस्ट्रिक्ट और वरीय पदाधिकारियों के अपने-अपने ट्विटर हैंडल हैं. साथ ही डीजीपी झारखंड का भी ट्विटर हैंडल है.
रांची. कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे के बीच एक ट्रक जहां झारखंड पुलिस अपनी हर जिम्मेदारियों को निभाने की पुरजोर कोशिश कर रही है तो वही बीते वर्षो में वैसे भी लगातार पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठते रहे. इसीलिए कोई भी व्यक्ति थाने की चौखट भी लांघना नहीं चाहता.
क्योंकि ऐसा मानना है कि अगर एक बार पुलिस का चक्कर पड़ गया तो चप्पल घिस जाते हैं लेकिन मामले का निपटारा नहीं होता. हालांकि, झारखंड में अब ऐसा नहीं है क्योंकि झारखंड के पुलिस कप्तान ने तकनीक को औज़ार बनाते हुए पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरियों को कम कर दिया है. यह तकनीक है सोशल मीडिया. यानी अगर आपकी कोई शिकायत है तो आपको थाने में भी जाने की जरूरत नहीं बस सोशल मीडिया पर पुलिस को सूचना दीजिए और त्वरित कार्रवाई होती है.
अगर बात ट्विटर हैंडल की करें तो झारखंड पुलिस के आज से 4 महीने पहले 17 हज़ार फॉलोअर्स हुआ करते थे लेकिन कोविड काल के दौरान फॉलोअर्स की संख्या पचासी हज़ार से ज्यादा हो गई है. वही जो ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं उनके लिए व्हाट्सएप की भी व्यवस्था की गई है और हर डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम में दो दो नंबर मुहैया कराए गए हैं.
वही जो ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पाते उनके लिए व्हाट्सएप और फोन के माध्यम से भी व्यवस्था की गई है जिसकी मॉनिटरिंग सिस्टम के जरिए मामले की निगरानी रखी जाती.
मामले की जानकारी देते हुए आईजी नवीन कुमार ने बताया कि विभिन्न डिस्ट्रिक्ट और वरीय पदाधिकारियों के अपने-अपने ट्विटर हैंडल हैं. साथ ही डीजीपी झारखंड का भी ट्विटर हैंडल है.
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उन्होंने बताया कि 13 अप्रैल के बाद से झारखंड पुलिस मुख्यालय के ट्विटर हैंडल पर 4 हज़ार 554 शिकायतें प्राप्त हुई है जिसमें सभी शिकायतों का संज्ञान लिया गया है और 70% से ज्यादा शिकायत और सूचना पर कार्रवाई हो चुकी है और बाकी 30% में अनुसंधान जारी है.
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वही कई ऐसे लोग हैं जो ट्विटर का इस्तेमाल नहीं कर पाते उनके लिए व्हाट्सएप की व्यवस्था की गई है.जिसके जरिये 4 हज़ार 596मामले दर्ज हुए हैं जिसमें से 60% मामलों का निष्पादन हो चुका है.
बहरहाल, सोशल मीडिया ने पुलिस और पब्लिक के बीच की दूरियों को कम कर दिया है और जिस तरीके से कोरोना काल में झारखंड पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी निभाई है वह यकीनन काबिल-ए-तारीफ है. पुलिस ने इस वजह से ही लोगों का भरोसा भी जीता है.