नई दिल्ली। सुहागन महिलाएं उत्सुकता से करवा चौथ के व्रत का इंतजार करती हैं और कई दिन पहले इसकी तैयारी में लग जाती हैं। यह व्रत इस साल अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में होगा। हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को करवा चौथ का व्रत पति की लंबी उम्र की कामना के लिए किया जाता है। इस बार यह व्रत 24 अक्टूबर को होगा। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और फिर रात में चंद्रमा की पूजा करके अपना व्रत तोड़ती हैं। कहा जाता है ऐसा करने से वे हमेशा खुश रहेंगे और उनका वैवाहिक जीवन भी सुखमय रहेगा।
जानिए करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त
चतुर्थी तिथि रविवार 24 अक्टूबर को प्रातः 03:01 बजे से प्रारंभ होकर 25 अक्टूबर 2021 को प्रातः 05:43 बजे समाप्त होगी। 24 अक्टूबर को शाम 5:43 से 6:59 बजे तक करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा। इस साल करवा चौथ पर एक अनोखा संयोग है, जो बहुत ही शुभ दिन है। इस बार करवा चौथ का चंद्रमा अत्यधिक अनुकूल नक्षत्र रोहिणी नक्षत्र में उदय होगा। शाम करीब 08:07 बजे चंद्र दर्शन किया जा सकता है।
कैसे करें करवा चौथ की पूजा ?
व्रत रखने के बाद ही महिलाओं को पारण(व्रत के बाद पहला भोजन करने की प्रक्रिया) करना चाहिए। प्रात:काल से पूर्व स्नान कर सरगी खायें, फिर भगवान की आराधना करें और निर्जला व्रत रखने का संकल्प लें। शाम को भगवान की पूजा करें, जब यह सबसे शुभ हो। मिट्टी वेदी पर सभी देवताओं को स्थापित कर कार्य पूर्ण करें। फिर विधि के अनुसार पूजा करें। करवा चौथ की कथा पढ़ें। चन्द्रमा के प्रकट होते ही छन्नी से देखें, फिर अर्ध्य को अर्पित करें। इसके बाद पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ें। अपनी सास-ससुर का भी आशीर्वाद लें।