भाजपा कार्यकर्ता के परिजनों से मिलने गए थे योगेंद्र यादव
नई दिल्ली। बीते दिन किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने योगेंद्र यादव पर कड़ी कार्रवाई की है। किसान आंदोलन की शुरुआत से ही जुड़े और आंदोलनरत किसानों का मुख्य चहरा रहे योगेंद्र यादव को संयुक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन से एक महीने के लिए निलंबित कर दिया है। इस दौरान योगेंद्र यादव संयुक्त किसान मोर्चा की किसी भी बैठक में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। योगेंद्र यादव हाल ही में लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए बीजेपी के कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मिलने गए थे। जिसे लेकर नाराज़ किसानों और किसान संगठनों ने योगेंद्र यादव पर कार्रवाई करने की मांग की थी।
मृतक के परिजनों से मिलने गए थे योगेंद्र यादव
दरअसल बीती 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने वाली घटना ने देश के जेहन में अपनी डरावनी छाप छोड़ी थी। किसानों को कुचलने वाली घटना से गुस्साए मौजूद लोगों ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के काफिले में शामिल दो गाड़ियों को आग लगा दी थी। हिंसा में आठ लोगों की मौत हुई थी। जिसमें से चार किसान भी थे। आपको बात दें कि योगेंद्र यादव घटना में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के परिजनों से मिलने गए थे। जिसके बाद मुलाकात से नाराज़ 32 किसान संगठनों ने योगेंद्र यादव पर कार्रवाई की मांग की थी।
किसान संगठनों की मांग
भारतीय किसान यूनियन, दोआबा के अध्यक्ष मंजीत सिंह राय ने बताया कि 32 किसान संगठनों की मांग है कि यादव बीजेपी के कार्यकर्ता के घर जाने को लेकर सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगें। इसपर योगेंद्र यादव ने कहा है कि मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता के घर जाकर उन्होंने किसी तरह की कोई ग़लती नहीं की है लेकिन इस बारे में पहले से किसान मोर्चा को नहीं बताने के लिए वह माफ़ी मांगने को तैयार हैं।