अफगानिस्तानी कैदी ने पेट दर्द के बहाने से पुलिस को दिया चकमा

अमर भारती : मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने 10 घंटे के बाद पुलिस कंट्रोल रुम को यह सूचना दी की उनके चुंगुल से आरोपी फरार हो गया है और उन पुलिसकर्मियों ने उसकी आसपास के इलाके मे भी तलाश की थी.   

साबरमती सेंट्रल जेल जो की गुजरात में है वहां से एक विदेशी कैदी उस समय फरार हो जाता है, जब कोर्ट में पेशी के बाद पुलिसकर्मी उसे जेल वापस लेकर जा रहे थे. फरार कैदी अफगानिस्तान से है. भारत में वह फर्जी दस्तावेजों के द्वारे आश्रित था. इसी कारण  से उसे तीन वर्ष पहले हिरासत मे लिया गया था. अब पुलिस उसे तलाश रही है.

फरार कैदी की पहचान अफगानिस्तान के निवासी सैफुल्लाखान अकबर खान पठान के नाम से हुई है. पुलिस के अनुसार उसके खिलाफ फर्जी दस्तावेजों के अलावा हत्या करने का भी एक मामला चल रहा है. इसी वजह से वह तीन वर्षो से कारावास में बंद था. पर हाल ही में सैफुल्लाखान साबरमती सेंट्रल जेल के बाहर से ही फरार हो गया. उसके खिलाफ दरियापुर पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज है.

दरअसल, शातिर दिमाग वाले इस कैदी को पुलिस कोर्ट मे पेश होने के लिए ले जा रही थी. जब पुलिस उसे लेकर वारस आ रही थी. तब रास्ते में उसने पुलिसकर्मी से शौच जाने की अशंका जताई ,जैसे ही पुलिसकर्मियों ने उसकी हथकड़ी खोली, वेसे ही वो शातिर कैदी पुलिसवालों को धक्का देकर वहां से भाग के निकल गया .

पहले तो पुलिसकर्मी खुद से कैदी को आस-पास के इलाके में तलाशते है,परंतु जब वो नहीं मिलता है तो उसके भाग जाने की खबर पुलिसकर्मियों ने पुलिस कंट्रोल रूम को 10 घंटे के बाद देते है. विदेशी कैदी के भाग जाने की बात जानकर पुलिस विभाग में हड़कंप मच जाता है. कई टीम बनाकर सख्ती से कैदी की तलाश किया जा रही है. लेकिन अभी तक पुलिस को उसका कोई सुराग नहीं मिला है.

कैदी के फरार होने की इस वारदात के पीछे मोकै पर मौजुद पुलिसकर्मियों पर शक की सुई घूम रही है कि कहीं उन पुलिसकर्मीयों का तो हाथ नही, आरोपी कैदी सैफुल्लाखान के खिलाफ फर्जी म्युनिसिपल कार्पोरेशन का जन्म प्रमाण पत्र, लाइसेंस, पेन कार्ड आदि जैसे फर्जी दस्तावेज बनवाने का आरोप है. इन दस्तावेजों की मदद से ही वह 2013 से गुजरात में आराम से रह रहा था.