नई दिल्ली। अमेरिकी विदेश विभाग ने फिलीपींस के पास चीनी जहाजों की उपस्थिति और ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में बीजिंग के जेट विमानों के प्रवेश पर चिंता जताई। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं को बताया, ‘दक्षिण चीन सागर सहित प्रशांत क्षेत्र में सशस्त्र बलों, सार्वजनिक जहाजों या वायुयानों के खिलाफ एक सशस्त्र हमला, यूएस-फिलीपींस म्युचुअल डिफेंस ट्रीटी के तहत हमारे दायित्वों को ट्रिगर करेगा।’
दिखीं 200 से अधिक चीनी नौकाएं
उन्होनें आगे कहा कि, हमने अपने फिलीपीन सहयोगियों की चिंताओं को व्हाट्सुन रीफ के पास पीआरसी समुद्री मिलिशिया की निरंतर रिपोर्टिंग के बारे में साझा किया है। 200 से अधिक चीनी नौकाओं को पहली बार 7 मार्च को व्हाट्सुन रीफ में देखा गया, जो कि पलावन द्वीप के पश्चिम में लगभग 320 किलोमीटर (200 मील) और फिलीपींस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के भीतर है।
चीन ने दिया जवाब
उधर चीन ने अधिग्रहण को इनकार करते हुए कहा है कि, वे खराब मौसम से बच रही मछली पकड़ने वाली नौकाओं को रोक रहे हैं और वहां रहने की अनुमति है। जवाब में, मनीला ने चेतावनी दी कि जहाजों की उपस्थिति दोनों राष्ट्रों के बीच ‘अवांछित शत्रुता’ को प्रज्वलित कर सकती है।
चीन ने किया नौसैनिक अभ्यास
दूसरी ओर, चीन का ताइवान के साथ भी तनाव बढ़ गया है। बुधवार को स्व-शासी लोकतंत्र ने रिपोर्ट किया कि मुख्य भूमि के 15 और विमान द्वीप के वायु रक्षा क्षेत्र में पार हो गए। ताइपे ने चेतावनी दी कि यदि आवश्यक होगा तो वह अंतिम दिन तक रक्षा करेगा। सोमवार को, चीनी वाहक, लिओनिंग ने ताइवान के पास एक नौसैनिक अभ्यास का नेतृत्व किया और बीजिंग ने कहा कि इस तरह के अभ्यास नियमित रूप से घटित होंगे।
चीन के खिलाफ अमेरिका
उधर, अमेरिकी प्रवक्ता ने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका किसी भी रिसॉर्ट को बलपूर्वक या अन्य प्रकार के बलपूर्वक विरोध करने की क्षमता रखता है, जो लोगों की सुरक्षा या सामाजिक या आर्थिक प्रणाली को खतरे में डाल देगा। वह ताइवान संबंध अधिनियम से भाषा का उपयोग कर रहा था, जिसके तहत अमेरिका बीजिंग के खिलाफ खुद को बचाने के लिए द्वीप प्रदान करने के लिए बाध्य है।
चीन बोला, ताइवान की पुरानी चाल
चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्वी प्रवक्ता के वरिष्ठ कर्नल झांग चुन्हुई ने कहा, ताइवान स्ट्रेट के जरिए युद्धपोत भेजने और ताइवान के प्रचार के लिए सार्वजनिक रूप से प्रचारित करने की यह पुरानी चाल है। चीन दृढ़ता से इसका विरोध कर रहा है। अमेरिका ने पहले अपनी नवीनतम नौसेना गतिवि