नई दिल्ली। भारत में कोरोना संक्रमण से हालात इतने नाजुक होते जा रहे है। अब अस्पतालों में मरीजों को बेड तक नहीं मिल पा रहे हैं। वही ऑक्सीजन और दवाइयों की भी कमी देखने को मिल रही है। देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर चारों ओर से सवाल उठाये जा रहे है। वही एक चौकानें वाली खबर सामने आ रही है। दरअसल, अमेरिकी स्टडी में इस बात का अनुमान लगाया गया है कि भारत में मई के मध्य में कोरोना अपने पीक पर होगा और इस दौरान हर दिन 5 हजार से अधिक मौतें होंगी।
बहुत बुरे हालात होने वाले है
वाशिंगटन यूनिवर्सिटी में इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन द्वारा ‘कोविड-19 अनुमान’ नाम से अध्ययन किया गया कि “भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार को टीकाकरण ही कम कर सकती है।” आईएचएमई के विशषज्ञों ने स्टडी में चेताया है कि “आने वाले हफ्तों में भारत में कोरोना वायरस से बहुत बुरी हालत होने वाली है। इस अध्ययन के लिए विशेषज्ञों ने भारत में संक्रमण और मौतों की वर्तमान दर का आकलन किया है।”
3 लाख 29 हजार मौतों का अनुमान
इस स्टडी में अनुमान लगाया गया है कि “भारत में इस साल 10 मई तक एक दिन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 5600 पहुंच जाएगी। 12 अप्रैल से 1 अगस्त के बीच में 3 लाख 29 हजार मौतों का अनुमान लगाया गया है। इस तरह से जुलाई के अंत तक देश में कोरोना वायरस के जान गंवाने वालों की संख्या 6 लाख 65 हजार पार कर जाएगी।”